सिरसा: किसानों पर दर्ज देशद्रोह के मामले(Farmers Sedition Case) में गिरफ्तार किए गए पांचों किसानों को बेल पर रिहा कर दिया गया है. जिसके बाद अनशन पर बैठे किसान नेता बलदेव सिंह ने भी नारियल पानी पीकर अपनी अनशन तोड़ दिया है. बलदेव सिंह ने पांचों किसानों की गिरफ्तारी के बाद महापंचायत कर लघु सचिवालय के बाहर पक्का मोर्चा लगा दिया था. जिसके बाद किसान नेता हलदेव सिंह ने निर्णय लिया था कि जब तक किसानों को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक वो अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे.
वहीं दिल्ली से सिरसा पहुंचे किसान नेता जगजीत सिंह डलेवाल ने बताया कि बलदेव सिंह और धरना देकर बैठे किसानों के सामने सरकार को झुकना ही पड़ा. प्रशासन को आज मजबूर होकर हमारे पांच किसान भाईयों को रिहा करना पड़ा है. उन्होंने कहा कि लघु सचिवालय के सामने जो धरना दिया गया था उसे अब खत्म कर दिया जाएगा लेकिन दिल्ली बॉर्डर पर जारी आंदोलन चलता रहेगा. वहीं शुक्रवार को जो 2 घंटे के लिए सिरसा बंद का आह्वान किया था वो भी कॉल वापस ले ली गई है अब कल सिरसा बंद नहीं होगा और सभी बाजार खुलेंगे.
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गौरतलब है कि 11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
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आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां निकला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. साथ ही पांच किसानों को गिरफ्तार भी किया गया, जिन्हें अब बेल पर रिहा कर दिया गया है.