सिरसा: गांव बुढाभाणा में 21 दिसंबर को एक किशोर की आत्महत्या के मामले को लेकर मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की मांग की है. परिजनों का कहना है कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है जिसको लेकर उन्होंने बड़ागुढ़ा थाना पुलिस में मामला भी दर्ज कराया था लेकिन उन्होंने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं.
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आपको बता दें कि 13 वर्षीय अंशु 21 दिसंबर को घर से मंदिर गया था और वापिस नहीं लौटा था. इसके बाद जब परिजनों ने उसकी तलाश की तो अंशु का शव फांसी पर लटका मिला था. परिजनों का कहना है कि शव जहां लटका हुआ था वहां कुछ संदिग्ध सामान भी पड़ा था.
मृतक के दादा बद्री सिंह और ताई सरबजीत कौर ने कहा कि घर के पीछे बने एक खाली मकान की दीवार के पास अंशु का शव चुन्नी से लटका हुआ मिला था. उसके पांव जमीन पर लगे हुए थे और देखने में लग रहा था कि उसकी हत्या करने के बाद उसे फंदे पर लटकाया गया है.
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उन्होंने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया. उन्होंने कहा कि आज पुलिस अधिक्षक कार्यालय में वो ग्रामीणों सहित न्याय की मांग करने आए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को जल्द से जल्द उचित कार्रवाई करनी चाहिए.