सिरसा: हरियाणा के सिरसा में जन स्वास्थ्य और अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगा है. आरोप है कि विभाग ने फर्जी बिलों के आधार पर करोड़ों रुपये ठेकेदार को जारी किया (Bills crores passed in Sirsa) है. मामले में ठेकेदार सहित विभाग के 5 अधिकारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है.
दरअसल, विभाग की तरफ से चतरगढ़ पट्टी जलघर की पानी की डिग्गी की मरम्मत और पंप सेट की मरम्मत का काम किए बगैर ही ठेकेदार को फर्जी बिलों के आधार पर 2 करोड़ 62 लाख रुपये जारी कर दिया (crores fake bills in Sirsa) गया. मामला CM फ्लाइंग के संज्ञान में आया और जांच के बाद अब ठेकदार जय प्रकाश गर्ग सहित विभाग के एक एक्सईएन आरएस मालिक सहित तीन SDO कालू राम, आशीष गर्ग, आंचल जैन और JE सीता राम के खिलाफ IPC की धारा 120 बी 409, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर जाच शुरू कर दी गई है.
सिविल थाना इंचार्ज राम निवास ने बताया कि जन स्वास्थ्य विभाग चतरगढ़ पट्टी जलघर की पानी की डिग्गी की मरम्मत और डिग्गी के तले पर मजबूर बेड़ बाउंड्री और पंप सेट की मरम्मत का काम ठेकेदार के किये बिना ही मिलीभगत कर ठेकेदार को फर्जी बिलों के आधार पर 2 करोड़ 62 लाख रुपए जारी कर दिए गए. जिसमें सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का काम किया ( Fraud in Sirsa) गया. थाना इंचार्ज ने बताया कि इस मामले में ठेकेदार सहित विभाग के 5 अधिकारिओं के खिलाफ विभिन धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि जांच जारी है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में (Engineering department issued fake bills in Sirsa) ले जाएगी.
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