सिरसा: एक सप्ताह पहले नूंह उपमंडल के गांव उदाका में एक परिवार द्वारा घर में बंद कर बेरहमी से पीटे गए अधिवक्ता नवीन यादव ने बुधवार की देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. जैसे ही नवीन की मौत की खबर इलाके में फैली लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया.
बार एसोसिएशन ने प्रकट किया रोष
जिसके बाद सोहना बार एसोसिएशन के साथ नूंह और सिरसा बार एसोसिएशन के सदस्यों ने रोष प्रकट किया और सड़कों पर उतर आए. इसी कड़ी में सिरसा बार एसोसिएशन के वकीलों ने एक दिन काम बंद रखा.
'राजीनामा लिखने से मना किया तो लोगों ने की मारपीट'
जिला बार एसोसिएशन के प्रधान जय भारत लाल ने बताया कि मृतक नवीन यादव दो पक्षों के एक झगड़े में एक पक्ष का केस देख रहे थे. लेकिन बाद में दोनों पक्षों में राजीनामा हो गया. जिसके बाद दोनों पक्ष नवीन यादव के पास राजीनामा लिखवाने पहुंचे. वहीं नवीन यादव ने राजीनामा लिखने से मना कर दिया, जिससे नाराज होकर लोगों ने उनके साथ मारपीट की जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
अधिवक्ताओं ने सरकार से की आर्थिक मदद की मांग
अधिवक्ताओं ने सरकार से पीड़ित के परिवार के लिए 1 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी की मांग की, साथ ही कहा कि बच्चों की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठाए. इतना ही नहीं अधिवक्ताओं ने आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को अमल में लाने की मांग की है.