सिरसा: हरियाणा के सिरसा में न्यायालय में फर्जी दस्तावेज लगाकर शिनाख्त और जमानत करवाने वालों का नेटवर्क सक्रिय (Bail case on fake documents in Sirsa) हो गया है. सिरसा में जज विशाल श्योकंद के न्यायालय में पिछले एक सप्ताह के दौरान ऐसे दो मामले सामने आए हैं. न्यायालय के आदेश पर सिविल थाना पुलिस सिरसा (Civil Police Station Sirsa) ने दो मामले दर्ज कर जांच शुरू (action on fake documents in Sirsa court) कर दी है. चेक बाउंस के मामले में आरोपी अरविंद की मां ने बठिंडा निवासी अमनजोत के जमीनी कागज और आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था.
पटवारी ने जमानत संबंधी रिकाॅर्ड अमनजोत के रिकाॅर्ड में चढा दिया. इस बारे में अमनजोत को जानकारी तक नहीं थी. जब वह किसी कार्य को लेकर पटवारी से मिला तो इस मामले में खुलासा हुआ. इसके बाद अमनजोत न्यायालय में पेश हुआ और इस धोखाधड़ी के बारे में अवगत करवाया. इसके बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इसी तरह का एक मामला पहले से भी दर्ज है जिसकी जांच जारी है.
सिविल लाइन थाना प्रभारी राम निवास ने मीडिया को बताया कि फर्जी कागजातों के सहारे जमानत करवाए जाने के दो मामले (Bail case on fake documents in Sirsa) सामने आए हैं. न्यायालय के आदेश पर मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. जांच के बाद उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. फिलहाल पुलिस का कहना है कि ये जांच का मामला है जांच के बाद पूछताछ में पता चलेगा आखिर ये आरोपी ऐसा क्यों कर रहे थे.
ये भी पढ़ें: Nuh Crime News: बिटोड़े के पैसे मांगने पर दो रिश्तेदारों में चले लाठी-डंडे, एक की मौत
राम निवास ने बताया कि उन्हें साल 2023 में शिकायत मिली थी की फर्जी कागजों के आधार पर जमानत करवाई जा रही है. जबकि जमीन के असली मालिक को पता भी नहीं है कि ये रिकॉर्ड कैसे दर्ज हो गया जबकि उन्होंने तो कोई कागजात कहीं पर भी जमा नहीं करवाए ना ही किसी को दिये गए हैं. पुलिस ने शिकायत के आधार पर कागजों की वेरिफिकेश की तो वो नकली पाए गए हैं. फिलहाल देखना होगा पुलिस पूछताछ में (action on fake documents in Sirsa court) मामले से संबंधित और क्या कुछ जानकारियां सामने आती है और कितने लोगों के नामों का खुलासा पुलिस करती है.
ये भी पढ़ें: रोहतक-जींद रेलमार्ग पर हादसा: मालगाड़ी के 6 डिब्बे पटरी से उतरे