सिरसा: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन (farmers agitation) बीते 7 महीने से भी ज्यादा वक्त से जारी है. इसके साथ ही हरियाणा में किसानों की ओर से बीजेपी और जेजेपी के नेताओं (bjp jjp leaders farmers protest) का भी विरोध किया जा रहा है. ऐसे में अब जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला ने किसान आंदोलन और कृषि कानूनों पर बयान दिया है. उनकी मानें तो कानून रद्द नहीं किए जा सकते हैं.
दरअसल, जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय चौटाला पैरोल के बाद सिरसा आवास पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने किसान आंजोलन और किसानों के विरोध प्रदर्शन पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि हर चीज का हल बातचीत के जरिए ही निकलता है. सरकार बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसान कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हैं.
अजय चौटाला ने आगे कहा कि किसी भी कानून को वापस नहीं लिया जा सकता है. अगर कानून से कोई परेशानी है तो उसे मिलकर, बात कर दूर जरूर किया जा सकता है. कृषि कानूनों में भी बदलाव किया जा सकता है. ऐसे तोड़फोड़ करके किसी भी चीज का हल निकाला नहीं जा सकता है.
ये भी पढ़िए: मुख्यमंत्री का यमुनानगर दौरा रद्द, किसानों ने दी थी विरोध की चेतावनी
अजय चौटाला ने किसानों की ओर से डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर किए हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गाड़ी पर पत्थरबाजी करने से, हमला करने से कोई हल नहीं निकलने वाला है. सरकार बातचीत के लिए तैयार है. किसानों को भी चाहिए की वो सरकार से बातचीत करे.
ये भी पढ़िए: टिकैत और चढूनी किसानों के कंधे पर बंदूक रख चमका रहे अपनी राजनीति, किसान नेता का बड़ा बयान
किसानों को नसीहत देते हुए अजय चौटाला ने कहा कि जो भी किसान करें प्रजातंत्र के तहत करें. प्रदर्शन करने की भी सीमा होती है. प्रदर्शन के जरिए लोगों को परेशान करने का काम किया जा रहा है. किसी सामाजिक कार्यक्रम में भी काले झंडे लेकर पहुंच जाना सही नहीं है. अगर मुख्यमंत्री किसी के निधन पर शोक व्यक्त करने पहुंच रहे हैं तो वहां भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसा करना ठीक नहीं है.