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सिरसा: शेल्टर होम में प्रवासी मजदूरों को दी जा रही सभी सुविधाएं

सिरसा में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए शेल्टर होम में सभी सुविधाओं का इंतजाम किया गया है.सिरसा के उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को भोजन, चिकित्सा, के साथ मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है. प्रवासी मजदूरों को टीवी पर रामायण और अन्य धारावाहिक फिल्म दिखाई जा रहीं हैं.

10 new shelter homes built for migrant laborers in Sirsa
सिरसा: शेल्टर होम में प्रवासी मजदूरों को दी जा रही सभी सुविधाएं
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Published : Apr 3, 2020, 6:34 PM IST

सिरसा: प्रदेशभर में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को हो रही परेशानी को देखते हुए. सरकार, प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की सहायता से प्रवासी मजदूरों के लिए सभी जिलों में रहने और खाने के प्रबंध किए गए हैं. वहीं सिरसा जिला में प्रवासी मजदूरों के लिए 10 शेल्टर होम बनाए गए हैं.जिसमें उनकी सभी सुविधाएं का ध्यान रखा जा रहा है. प्रशासन शेल्टर होम का दौरा कर प्रवासी मजदूरों के रहने खाने का जाएजा ले रहा है.

सिरसा के उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी मजदूरों से लॉकडाउन के दौरान शेल्टर होम में ही रहने के लिए कहा गया है. साथ ही प्रशासन शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी मजदूरों की पल पल की जानकारी ले रहा है. उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए शेल्टर होम में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी प्रवासी मजदूर को शेल्टर होम से जाने की इजाजत नही दी जाएगी.

उपायुक्त ने बताया कि अगर कोई प्रवासी मजदूर चोरी छीपे शेल्टर होम छोड़ने की कोशिस करेगा तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन के दौरान सभी के आने जाने पर रोक लगा दी गई है. अगर कोई शख्स सरकार और प्रशासन के आदेश की अवेहलना करता हुआ पाया जाता है. तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई के आदेश हैं. उपायुक्त ने संकट की इस घड़ी में सभी से पुलिस और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की.

उपायुक्त ने बताया कि सिरसा में शहीद भगत सिंह स्टेडियम में एक शेल्टर होम बनाया गया है. जिसमें 100 व्यक्तियों के रहने खाने की व्यवस्था की गई है. फिलहाल शेल्टर होन में 53 प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऐलनाबाद में तीन शेल्टर होम बनाए गए हैं. जिनमें जैन धर्मशाला में 50, सतनाम धर्मशाला में 70 और नगर पालिका में 4 प्रवासी मजदूरों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है. वहीं रानियां में हिम्मतपुरा मौहल्ला के शेल्टर होम मे 20 , गांव धोलपालियों की हरिजन चौपाल में 12 और गांव चकेरियां के राजकीय प्राइमरी स्कूल में गरीब लोगों के रहने के लिए शेल्टर होम बनाए गए है.

ये भी पढ़ें- झज्जर में मिले 94 कोरोना पॉजिटिव जमातियों पर अनिल विजः केंद्र के पास उनकी जिम्मेदारी

उन्होंने बताया कि इन सभी शेल्टर होम में कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं. जो आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर रहें हैं. शेल्टर होम में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी और प्रवासी मजदूरों में सामाजिक दूरी बनाए रखने का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को भोजन, चिकित्सा, के साथ मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है. प्रवासी मजदूरों को टीवी पर रामायण और अन्य धारावाहिक दिखाई जा रही हैं.

सिरसा: प्रदेशभर में लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों को हो रही परेशानी को देखते हुए. सरकार, प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं की सहायता से प्रवासी मजदूरों के लिए सभी जिलों में रहने और खाने के प्रबंध किए गए हैं. वहीं सिरसा जिला में प्रवासी मजदूरों के लिए 10 शेल्टर होम बनाए गए हैं.जिसमें उनकी सभी सुविधाएं का ध्यान रखा जा रहा है. प्रशासन शेल्टर होम का दौरा कर प्रवासी मजदूरों के रहने खाने का जाएजा ले रहा है.

सिरसा के उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी मजदूरों से लॉकडाउन के दौरान शेल्टर होम में ही रहने के लिए कहा गया है. साथ ही प्रशासन शेल्टर होम में रह रहे प्रवासी मजदूरों की पल पल की जानकारी ले रहा है. उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से प्रवासी मजदूरों के लिए शेल्टर होम में सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी प्रवासी मजदूर को शेल्टर होम से जाने की इजाजत नही दी जाएगी.

उपायुक्त ने बताया कि अगर कोई प्रवासी मजदूर चोरी छीपे शेल्टर होम छोड़ने की कोशिस करेगा तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन के दौरान सभी के आने जाने पर रोक लगा दी गई है. अगर कोई शख्स सरकार और प्रशासन के आदेश की अवेहलना करता हुआ पाया जाता है. तो उसके खिलाफ शख्त कार्रवाई के आदेश हैं. उपायुक्त ने संकट की इस घड़ी में सभी से पुलिस और प्रशासन को सहयोग करने की अपील की.

उपायुक्त ने बताया कि सिरसा में शहीद भगत सिंह स्टेडियम में एक शेल्टर होम बनाया गया है. जिसमें 100 व्यक्तियों के रहने खाने की व्यवस्था की गई है. फिलहाल शेल्टर होन में 53 प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऐलनाबाद में तीन शेल्टर होम बनाए गए हैं. जिनमें जैन धर्मशाला में 50, सतनाम धर्मशाला में 70 और नगर पालिका में 4 प्रवासी मजदूरों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है. वहीं रानियां में हिम्मतपुरा मौहल्ला के शेल्टर होम मे 20 , गांव धोलपालियों की हरिजन चौपाल में 12 और गांव चकेरियां के राजकीय प्राइमरी स्कूल में गरीब लोगों के रहने के लिए शेल्टर होम बनाए गए है.

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उन्होंने बताया कि इन सभी शेल्टर होम में कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं. जो आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए रहने और खाने की व्यवस्था कर रहें हैं. शेल्टर होम में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी और प्रवासी मजदूरों में सामाजिक दूरी बनाए रखने का विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उपायुक्त ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को भोजन, चिकित्सा, के साथ मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है. प्रवासी मजदूरों को टीवी पर रामायण और अन्य धारावाहिक दिखाई जा रही हैं.

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