रोहतक: हरियाणा में पंचायत चुनाव में हो रही देरी को लेकर लोगों में अच्छा खासा रोष है. चुनाव समय पर ना होने से ग्रामीण नाराज हैं. चुनाव में हो रही देरी को लेकर लोगों ने सरकार पर ठीकरा फोड़ा है.
जहां लोगों को कहना कि कि समय पर चुनाव ना होना सरकार का फैलियर है वहीं सरकार ने भी किसान आंदोलन का बहाना बना चुनाव करवाने में असमर्थता जाहिर की. खुद सीएम खट्टर ने कहा कि किसान आंदोलन के कारण पंचायत चुनाव में देरी हो रही है.
बता दें कि, 23 फरवरी से हरियाणा की पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी सरकार समय पर चुनाव करवाकर लोगों का भरोसा बरकरार रखेगी, लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी हरियाणा में पंचायत चुनाव समय पर नहीं हो रहे. ऐसे में सरकार के प्रति लोगों में काफी रोष है.
ये भी पढ़ें- दूध के दाम में बढ़ोतरी करने का फरमान जारी करना ठीक नहीं: सीएम मनोहर लाल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंचायत चुनाव समय पर ना करवाने में असमर्थता जाहिर करते हुए बयान दिया है कि इस वक्त हरियाणा में माहौल ठीक नहीं है इसलिए पंचायत चुनाव समय पर नहीं हो रहे.
सरकार के इस बयान के बाद लोगों की उम्मीदें टूट चुकी हैं क्योंकि लोग काफी समय से पंचायत चुनाव का इंतजार कर रहे थे. ऐसे में ग्रामीण सरकार से अच्छे खासे नाराज नजर आ रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि समय पर चुनाव ना होना सरकार का बहुत बड़ा फैलियर है, और सरकार किसान आंदोलन से भी डर रही है.
ग्रामीणों ने कि सरकार को जल्द से जल्द पंचायत चुनाव करवाने चाहिए क्योंकि पंचायत से संबंधित कई काम अटके हुए हैं. गांवों में विकास कार्य भी अधर में लटके हुए हैं इसलिए सरकार को जल्द चुनाव करवाने चाहिए.
ये भी पढ़ें- इनकम टैक्स रेड: बलराज कुंडू को मिला हरियाणा की एक दर्जन खापों का समर्थन