रोहतक: निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने महम विधानसभा के भगवतीपुर गांव से ट्रैक्टरों के काफिले को झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया. उन्होंने बताया कि ट्रैक्टरों का ये विशाल काफिला दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पहुंचकर पूरे उत्साह के साथ 26 जनवरी की किसान ट्रैक्टर परेड में शामिल होगा.
बलराज कुंडू ने किसानों में जोश भरते हुए कहा कि ये किसानों के अस्तित्व और हमारे बच्चों के भविष्य की लड़ाई है. किसान का बेटा होने के नाते मैं पूरी मजबूती से अपने किसान परिवार के साथ खड़ा हूं. हमें बेहद गरिमापूर्ण और अनुशासित रहते हुए ऐसी ऐतिहासिक ट्रैक्टर परेड निकालनी है जिसे दुनियां देखे और केंद्र सरकार इन तीनों किसान विरोधी कानूनों को वापस ले.
बलराज कुंडू ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के हमारे किसान नेताओं की रणनीति के अनुसार ही ये ट्रैक्टर परेड निकाली जानी है. जिसके लिए मोर्चे की तरफ से रूट बनाए गए हैं. हमें अनुशासन के साथ मिलकर चलना है और कोई भी किसान भाई आपस में ट्रैक्टरों की रेस ना लगाएं, क्योंकि उसमें नुकसान का अंदेशा रहता है.
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कुंडू ने कहा कि किसानों के सब्र की परीक्षा बहुत हो चुकी और केंद्र सरकार को अब फैसला करना ही पड़ेगा. समूचे देश का किसान-मजदूर और कमेरा वर्ग पूरी तरह एकजुट होकर सरकार के इन तीन जनविरोधी कानूनों की खिलाफत कर रहा है. प्रजातंत्र में सरकारें जनता की सेवा करने और उनके भलाई की नीतियां लागू करने के लिए होती हैं, लेकिन सरकार इन तीनों काले कानूनों को लेकर राजहठ पर अड़ी हुई है.
बलराज कुंडू ने कहा कि सरकार को हठधर्मिता त्यागकर तुरंत किसानों से माफी मांगते हुए इन तीनों कानूनों को रद्द करते हुए एमएसपी की गारंटी का कानून लाना चाहिए. नहीं तो ये जन आंदोलन आगे और भी जोर पकड़ता जाएगा. लिहाजा अभी भी वक्त है कि सरकार समझदारी दिखाते हुए इन कानूनों को वापस ले, क्योंकि सरकार का काम जनता की भलाई के लिए नीतियां बनाकर लागू करना होता है.