रोहतक: हरियाणा सरकार ने सिरसा के पूर्व सांसद व तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता अशोक तंवर को दी गई सुरक्षा (ashok tanwar security removed) हटा दी है. इस बात की जानकारी अशोक तंवर ने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से दी. वहीं अशोक तंवर ने हरियाणा सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि अभी तो संघर्ष का आगाज है और हरियाणा सरकार इतनी परेशान हो गई. अंजाम क्या होगा. चलो, राज्य सरकार ने मेरी सुरक्षा हटा दी, कोई बात नहीं, पर क्या वह जनता की सुरक्षा की गारंटी करेगी.
बता दें कि, 6 अक्टूबर 2016 को दिल्ली में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान अशोक तंवर व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों के बीच हाथापाई हुई थी. इस दौरान अशोक तंवर को चोट आई थी. इस मारपीट का आरोप भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पीएसओ पर लगा था. इस संबंध में दिल्ली में एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसके बाद हरियाणा की बीजेपी सरकार ने अशोक तंवर को सुरक्षा मुहैया कराई थी. इस घटना के बाद अशोक तंवर ने कहा था कि उन्हें जान से मारने की साजिश की जा रही है. हरियाणा सरकार ने नेता अशोक तंवर को 4 सुरक्षा कर्मी मुहैया कराए थे.
ये भी पढ़ें - चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव परिणाम पर बोले अशोक तंवर, 'देश की जनता नए विकल्प की तलाश में'
अशोक तंवर मंगलवार को रोहतक के दौरे में थे. वे यहां गांधी कैंप स्थित मातूराम कम्युनिटी सेंटर में पार्टी के सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे थे. हालांकि इस दौरान नेता अशोक तंवर इस मुद्दे पर चर्चा तक नहीं की. साथ ही साथ सुरक्षा कर्मी नदारद दिखे. अशोक तंवर कहा कि प्रदेशभर में तृणमूल कांग्रेस केंद्र व प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ हरियाणा में यात्रा निकालेगी.
तृणमूल कांग्रेस के नेता अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी रह चुके हैं. पिछले माह ही उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ली थी. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए अशोक तंवर की पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ तकरार की खबर सामने आती रहती थी. वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में पार्टी में टिकट वितरण को लेकर अशोक तंवर की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ गहमागहमी नजर आई थी. जिसके बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था और उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP