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CID विवाद पर पूर्व गृहमंत्री सुभाष बत्रा का बयान, 'सीएम हैं सुप्रीम, किसी से भी ले सकते हैं विभाग'

सुभाष बत्रा ने कहा कि सीएम सुप्रीम होते हैं, वो किसी से, किसी भी वक्त, कोई विभाग ले और दें सकते हैं. अनिल विज का कहना गलत है कि विभाग बदलने के लिए सीएम को कैबिनेट और विधानसभा का सहारा लेना पड़ेगा.

पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा
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Published : Jan 10, 2020, 10:23 AM IST

Updated : Jan 10, 2020, 1:39 PM IST

रोहतक: सीआईडी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज के बीच जारी तनातनी पर अब विपक्ष भी हमला साधने लगा है. अब मामले पर कांग्रेस के पूर्व गृहमंत्री सुभाष बत्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

CID विवाद पर पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा का बयान

सीएम हैं सुप्रीम- बीबी बत्रा
रोहतक में प्रेस वर्ता करते वक्त सुभाष बत्रा ने कहा कि सीएम सुप्रीम होते हैं, वो किसी से किसी वक्त कोई विभाग ले और दें सकते हैं. अनिल विज का ये कहना कि सीएम सिर्फ कैबिनेट की मंजूरी और विधानसभा से पास होने के बाद ही सीआईडी को गृह मंत्रालय से अलग कर सकते हैं. ये पूरी तरह से गलत है.

सुभाष बत्रा ने आगे कहा कि होम मिनिस्ट्री के अधीन चार विंग होते है जेल,पुलिस,विजिलेंस,सीआईडी. सीएम किसे कौनसी विंग देंगे. ये उनका अधिकार है. ऐसा करने के लिए सीएम को विधानसभा जाने की जरूरत नहीं है.

ये भी पढ़िए: CID पर आमने-सामने विज और सीएम,खुलकर बैटिंग कर रहे गृह मंत्री तो सवालों से कन्नी काट रहे सीएम

सीआईडी पर सीएम और गृहमंत्री में तनातनी!

बता दें कि मंगलवार को सबसे पहले हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर सीआईडी विभाग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. ऐसा तब किया गया जब हाल ही में गृहमंत्री अनिल विज ने सीआईडी को अपने अंडर होने की बात कही थी. इसके बाद अनिल विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकारें वेबसाइटों से नहीं चला करती हैं. सरकारें रूल एंड लॉ से चलती हैं और हरियाण बिजनेस ऑफ एलोकेशन में पेज नंबर 30 पर होम डिपार्टमेंट के अंदर रूल 5 में साफ लिखा है कि सीआईडी इसका अभिन्न अंग है. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ये पुरानी परंपरा है. उनका गृहमंत्री से कोई विवाद नहीं है.

रोहतक: सीआईडी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृहमंत्री अनिल विज के बीच जारी तनातनी पर अब विपक्ष भी हमला साधने लगा है. अब मामले पर कांग्रेस के पूर्व गृहमंत्री सुभाष बत्रा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

CID विवाद पर पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा का बयान

सीएम हैं सुप्रीम- बीबी बत्रा
रोहतक में प्रेस वर्ता करते वक्त सुभाष बत्रा ने कहा कि सीएम सुप्रीम होते हैं, वो किसी से किसी वक्त कोई विभाग ले और दें सकते हैं. अनिल विज का ये कहना कि सीएम सिर्फ कैबिनेट की मंजूरी और विधानसभा से पास होने के बाद ही सीआईडी को गृह मंत्रालय से अलग कर सकते हैं. ये पूरी तरह से गलत है.

सुभाष बत्रा ने आगे कहा कि होम मिनिस्ट्री के अधीन चार विंग होते है जेल,पुलिस,विजिलेंस,सीआईडी. सीएम किसे कौनसी विंग देंगे. ये उनका अधिकार है. ऐसा करने के लिए सीएम को विधानसभा जाने की जरूरत नहीं है.

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सीआईडी पर सीएम और गृहमंत्री में तनातनी!

बता दें कि मंगलवार को सबसे पहले हरियाणा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर सीआईडी विभाग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. ऐसा तब किया गया जब हाल ही में गृहमंत्री अनिल विज ने सीआईडी को अपने अंडर होने की बात कही थी. इसके बाद अनिल विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकारें वेबसाइटों से नहीं चला करती हैं. सरकारें रूल एंड लॉ से चलती हैं और हरियाण बिजनेस ऑफ एलोकेशन में पेज नंबर 30 पर होम डिपार्टमेंट के अंदर रूल 5 में साफ लिखा है कि सीआईडी इसका अभिन्न अंग है. जिसके बाद सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ये पुरानी परंपरा है. उनका गृहमंत्री से कोई विवाद नहीं है.

Intro:एंकर- कांग्रेस के पूर्व गृहमंत्री सुभाष बत्रा ने सीएम और अनिल विज होम मिनिस्टर के बीच चल रहे सीआईडी विभाग विवाद को लेकर बयान देते हुए कहा कि सीएम सुप्रीम होते है वे किसी से किसी समय कोई विभाग ले और दे सकते है।
Body:अनिल विज द्वारा यह कहना कि सीआईडी विभाग विधान सभा मे मंजूरी के बाद गृह विभाग से अपने पास ले सकते है, उनका यह गलत है ।
होम मिनिस्ट्री के अधीन चार विंग होते है जेल,पुलिस,विजिलेंस,सीआईडी सीएम की विंग को किसे दे यह उनका अधिकार क्षेत्र है विधान सभा मे कोई जरूरत नहीं कि सीआईडी सीएम के पास रहे।
अनिल विज ने तो आईपीएस के तबादलो पर सीएम की पावर को चेलेंज किया है सीएम अगर आईपीएस आईएएस का भी तबादला नही कर सकते तो फिर वे किस बात के सीएम।
यह मौजूदा खट्टर सरकार इससे भृष्ट सरकार नही है,
Conclusion:एक समर्थित विधायक पूर्व मंत्री पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगा रहे है इसकी जांच होनी चाहिए।
बत्रा आज रोहतक में प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही।
बाइट पूर्व गृह मंत्री सुभाष बत्रा।
Last Updated : Jan 10, 2020, 1:39 PM IST
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