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तनख्वाह लेकर काम नहीं करने वाले प्रशिक्षकों पर की जाएगी सख्ती: खेल मंत्री - खेल मंत्री संदीप सिंह ने प्रशिक्षकों को दी चेतावनी

खेल मंत्री संदीप सिंह ने एक बार फिर प्रशिक्षकों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि जो प्रशिक्षक सरकार से तनख्वाह लेते हैं उन्हें खिलाड़ियों पर मेहनत करनी ही होगी. जो भी प्रशिक्षक ऐसा नहीं करते हैं वो अनुशासनहीनता कर रहे हैं और उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

Sports Minister Sandeep Singh warns  coaches
तनख्वाह लेकर काम नहीं करने वाले प्रशिक्षकों पर की जाएगी सख्ती: खेल मंत्री
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Published : Nov 30, 2019, 10:04 AM IST

रोहतक: हरियाणा प्रदेश के नए खेल मंत्री और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने प्रशिक्षकों को फिर से चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि सरकार से तनख्वाह लेनी है तो काम भी करना पड़ेगा नहीं तो कार्रवाई की जाएगी. संदीप सिंह महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में आयोजित नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कबड्डी प्रतियोगिता के समापर समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे.

तनख्वाह लेते हैं तो काम भी करना पड़ेगा
संदीप सिंह ने कहा कि खेल के प्रशिक्षक सरकार से मोटी तनख्वाह पाते हैं लेकिन जब वे खेल के ग्राउंड में नहीं पहुंचते हैं तो दुख होता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी खेल के मैदान में मेहनत करता है तो परिवार अपने बच्चे को खिलाड़ी बनाने के लिए समय लगाता है. उन्होंने कहा कि अगर कोच अपना काम सही नहीं करेगा तो सरकार उसपर कार्रवाई करेगी. खेल मंत्री ने कहा कि खेल में अनुशासन सबसे महत्वपुर्ण हिस्सा होता है, अगर कोई प्रशिक्षक मैदान में समय पर नहीं पहुंचता है तो यह अनुशासनहीनता होगी. जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता.

तनख्वाह लेकर काम नहीं करने वाले प्रशिक्षकों पर की जाएगी सख्ती: खेल मंत्री

इसे भी पढ़ें: खेल नीति को लेकर सरकार पर हुड्डा का वार, कहा - केवल ढिंढोरा पीटती है बीजेपी सरकार

गांव में सुविधाएं पहुंचाना है लक्ष्य: संदीप सिंह
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा ही नहीं पूरे देश में जितने खिलाड़ी पैदा होते हैं उनमें से 80 प्रतिशत गांवों से ही निकलकर आते हैं और हम सुविधाएं शहरों को देते हैं. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है हर एक गांव में संबंधित सुविधाएं पहुंचाना है ताकि बेहतर खिलाड़ी निकल सकें. संदीप सिंह ने कहा कि खिलाड़ी संत महात्माओं की तरह तपस्या करते हैं तभी वो अच्छा मुकाम हासिल कर पाते हैं.

नशे को काबू करने के लिए खेल सबसे उपयुक्त माध्यम
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर करने के लिए खेल सबसे बड़ा साधन है. इसलिए वे प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को खेल की ओर ले जाएं, ताकि नशे की लत से युवाओं को बचाया जा सके.

रोहतक: हरियाणा प्रदेश के नए खेल मंत्री और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह ने प्रशिक्षकों को फिर से चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि सरकार से तनख्वाह लेनी है तो काम भी करना पड़ेगा नहीं तो कार्रवाई की जाएगी. संदीप सिंह महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में आयोजित नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कबड्डी प्रतियोगिता के समापर समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे.

तनख्वाह लेते हैं तो काम भी करना पड़ेगा
संदीप सिंह ने कहा कि खेल के प्रशिक्षक सरकार से मोटी तनख्वाह पाते हैं लेकिन जब वे खेल के ग्राउंड में नहीं पहुंचते हैं तो दुख होता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी खेल के मैदान में मेहनत करता है तो परिवार अपने बच्चे को खिलाड़ी बनाने के लिए समय लगाता है. उन्होंने कहा कि अगर कोच अपना काम सही नहीं करेगा तो सरकार उसपर कार्रवाई करेगी. खेल मंत्री ने कहा कि खेल में अनुशासन सबसे महत्वपुर्ण हिस्सा होता है, अगर कोई प्रशिक्षक मैदान में समय पर नहीं पहुंचता है तो यह अनुशासनहीनता होगी. जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता.

तनख्वाह लेकर काम नहीं करने वाले प्रशिक्षकों पर की जाएगी सख्ती: खेल मंत्री

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गांव में सुविधाएं पहुंचाना है लक्ष्य: संदीप सिंह
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा ही नहीं पूरे देश में जितने खिलाड़ी पैदा होते हैं उनमें से 80 प्रतिशत गांवों से ही निकलकर आते हैं और हम सुविधाएं शहरों को देते हैं. उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है हर एक गांव में संबंधित सुविधाएं पहुंचाना है ताकि बेहतर खिलाड़ी निकल सकें. संदीप सिंह ने कहा कि खिलाड़ी संत महात्माओं की तरह तपस्या करते हैं तभी वो अच्छा मुकाम हासिल कर पाते हैं.

नशे को काबू करने के लिए खेल सबसे उपयुक्त माध्यम
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर करने के लिए खेल सबसे बड़ा साधन है. इसलिए वे प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को खेल की ओर ले जाएं, ताकि नशे की लत से युवाओं को बचाया जा सके.

Intro:


रोहतक। खेल मंत्री संदीप सिंह कि फिर से प्रशिक्षकों को चेतावनी

सरकार से तनख्वाह लेने वाले प्रशिक्षकों को करना पड़ेगा काम

नहीं की जाएगी कोई भी कोताही बर्दाश्त, यह सख्ती नहीं अनुशासन है

खिलाड़ी संत महात्माओं की तरह करते हैं तपस्या गांव तक खेलों की सुविधाएं ले जाना उनका लक्ष्य

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में पहुंचे थे खेल मंत्री

एंकर- हरियाणा प्रदेश के नए खेल मंत्री व भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह खेलों के मामले में किसी भी कोताही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। रोहतक पहुंचे खेल मंत्री संदीप सिंह ने आज फिर से प्रशिक्षकों को चेतावनी दे डाली कि सरकार से तनख्वा लेनी है तो काम करना पड़ेगा। अन्यथा कार्यवाही की जाएगी। संदीप सिंह महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में आयोजित नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कबड्डी प्रतियोगिता के समापन समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे।

वीओ-1संदीप सिंह ने कहा कि खेल के प्रशिक्षक सरकार से मोटी तनख्वाह तो पाते हैं। लेकिन जब वे खेल के ग्राउंड में नहीं पहुंचते तो दुख होता है। खिलाड़ी खेल के मैदान में मेहनत करता है, परिवार अपने बच्चे को एक खिलाड़ी बनाने के लिए अपना समय लगाता है। लेकिन अगर कोच अपना काम सही तरीके से नहीं करेगा, तो कार्रवाई करना उचित है। क्योंकि सरकार प्रशिक्षकों को तनख्वाह इसलिए देती है कि वह खिलाड़ियों को मेहनत करवा कर एक बेहतर माहौल प्रदान करें। इसे प्रशिक्षक सख्ती ना माने यह अनुशासन का एक हिस्सा है खेल में अनुशासन सबसे बढ़ा काम होता है। अगर कोई प्रशिक्षक मैदान में समय पर नहीं पहुंचता है, तो यह अनुशासनहीनता है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

वीओ-2 Body:वहीं उन्होंने कहा की प्रदेश के गांव से ही खेल की प्रतिभाएं निकल कर आती है। लेकिन गांवों में सुविधाएं नहीं पहुंच पाती, सभी सुविधाएं शहरों तक सीमित रह जाती है। इसलिए उनका लक्ष्य हर एक गांव में खेलों से संबंधित सुविधाएं पहुंचाना है। ताकि बेहतर खिलाड़ी निकल सकें। उन्होंने कहा की खिलाड़ी संत महात्माओं की तरह तपस्या करते हैं। तभी वह एक अच्छा मुकाम हासिल कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही खेलों को ऊंचा उठाने के लिए बड़े-बड़े फैसले लिए जाएंगे।

Conclusion:साथ ही उन्होंने अभय सिंह चौटाला द्वारा युवाओं को नशे की ओर जाने पर बयान देते हुए कहा कि इनेलो सरकार के दौरान भी इस तरह का माहौल था और युवाओं को नशे से दूर करने के लिए खेल सबसे बड़ा साधन है। इसलिए वे प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को खेल की ओर ले जाए। ताकि नशे की लत से युवाओं को बचाया जा सके।

बाईट संदीप सिंह, खेलमंत्री हरियाणा
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