रोहतक: कुदरत की इस मार के सामने किसान झुकने को तैयार नहीं है. जी हां हम सही कह रहे हैं यह नजारा रोहतक जिले के बहु अकबरपुर गांव का है, जहां बे मोसमी बरसात ऐसी हुई कि कोई भी कृषि यंत्र उसमें चलने में सक्षम नहीं है. लेकिन किसान की जिद है कि उसका खेत खाली नहीं रहना चाहिए और इसमें हरी-भरी फसल लहराती दिखे. इसलिए किसान को खुद ही अपने आप को हल में जोत लिया. क्योंकि उन्हें अपने परिवार का पालन पोषण करना है.
जमीन थी गीली, नहीं चल रहा था कोई यंत्र
खेत की जमीन गीली होने के कारण कोई भी कृषि यंत्र काम नहीं कर रहा था, इसलिए किसान बैल की जगह खुद हल में जुड़कर कर अपने खेत में बिजाई कर रहा है. किसान का एक ही लक्ष्य है कि वह अपने शरीर से किसी भी तरह की मेहनत कर अपने खाली खेत को लहलाना चाहता है.
हालात से मजबूर किसान खुद बन गया बैल!
ये बहु अकबरपुर गांव के रहने वाले दो भाई सतीश व सुशील कुमार जो अपने आप को हल में जोड़कर गेहूं की बिजाई कर रहे हैं. क्योंकि बेमौसम बरसात ने हालात इस कदर कर दिए के ट्रैक्टर से जुताई करना संभव नहीं है.
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सतीश और सुशील कुमार का कहना है कि वह अपने खेत को खाली नहीं छोड़ना चाहते, क्योंकि परिवार का गुजारा भी करना है इसलिए उन्हें खुद ही हल में जोत कर गेहूं की बिजाई कर रहे है. क्योंकि अगर वो इंतजार करेंगे तो गेहूं की बिजाई का समय निकल जाएगा.
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