रोहतक: शीशपाल हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को रोहतक पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 5 दिन बीत जाने के बाद भी परिजनों ने शीशपाल का अंतिम संस्कार नहीं किया है. शीशपाल के परिजन पूर्व सरपंच की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं. मृतक के परिजनों का कहना है कि जब तक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता. तब तक वो शीशपाल का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. 1 अक्टूबर को गूगाहेड़ी गांव में शीशपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
खबर है कि शीशपाल अपने पड़ोसी रामकुमार के मकान में बैठा था. इस दौरान गांव का कर्मबीर उर्फ बल्लू वहां आया. कर्मबीर के साथ उसका भांजा और गांव का ही नसीब भी था. उनके पास हथियार थे. उन्होंने शीशपाल पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. जिससे वो लहूलुहान होकर वहीं पर गिर पड़ा. फायरिंग का पता चलने पर शीशपाल का बेटा साहिल और नवीन भी मौके पर पहुंच गए. इस बीच आरोपी वहां से मोटरसाइकिल पर सवार होकर फरार हो गए.
शीशपाल को गंभीर हालत में इलाज के लिए पीजीआईएमएस ले जाया गया. सूचना मिलने पर लाखनमाजरा पुलिस स्टेशन की टीम पहले मौके पर और फिर पीजीआईएमएस पहुंची. शीशपाल बयान देने की स्थिति में नहीं था. ऐसे में बेटे साहिल के बयान दर्ज किए गए. साहिल ने पुलिस को बताया कि सुबह के समय उसकी दादी किशनी देवी गांव में रेहड़ी वाले से सब्जी खरीद रही थी. तभी कर्मबीर उर्फ बल्लू शराब के नशे में वहां पहुंच गया.
आरोप है कि उसने किशनी देवी से गाली गलौज शुरू कर दी. शीशपाल उसे समझाने लगा तो कर्मबीर ने जान से मारने की धमकी दी. साहिल का कहना है कि इसी बात की रंजिश रखते हुए उसके पिता को गोली मारी गई. शीशपाल की पीजीआईएमएस में मौत हो गई. लाखनमाजरा पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ हत्या, आर्म्स एक्ट और एससी, एसटी एक्ट की धारा के तहत केस दर्ज कर लिया गया था. डीएसपी महम संदीप कुमार ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने इस हत्याकांड में शामिल गूगाहेड़ी निवासी कर्मवीर व नसीब और कसौला गांव निवासी प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है. उधर, हत्याकांड के 5 दिन बाद परिजनों ने शीशपाल के शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है. वे पूर्व सरपंच की गिरफ्तारी पर अड़े हुए हैं.