रोहतक: साइबर ठगों की तरफ से आमजन को ठगने के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. हाल में साइबर ठग कोरोना वैक्सीन के लिए पंजीकृत करने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है. कोरोना वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर साइबर ठग आपकी निजी जानकारी हासिल कर धोखाधाड़ी करते है.
रोहतक पुलिस द्वारा आमजन से अपील कि जाती है कि किसी भी अंजान व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारी साझा ना करें. किसी भी अंजान व्यक्ति के साथ बैंक खाता/क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड, आधार कार्ड की डिटेल, ओटीपी, पिन साझा न करें.
संदिग्ध ईमेल के साथ आई अटैचमेंट फाईल को ओपन ना करें. अपने सोशल मीडिया अकाउंट, ईमेल आदि को सुरक्षित पासवर्ड से सुरक्षित रखें. किसी भी वेरिफिकेशन कोड को किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा न करें. सतर्क रहें, सुरक्षित रहें. आमजन साइबर अपराध से संबंधित शिकायत या जानकारी प्राप्त करने के लिए हैल्पलाईन नंबर 155260, 7814641313 पर संपर्क कर सकते है.
साइबर क्रिमिनल कैसे बनाते हैं शिकार?
साइबर ठग आपको कोरोना वैक्सीन की प्रतीक्षा सूची में नाम डालने के लिए आपका आधार नम्बर, इमेल आईङी व अन्य जानकारी हासिल करते है. जानकारी हासिल करने के बाद जालसाज आपसे ओटीपी या पिन प्राप्त करते हैं. आपके आधार नम्बर व अन्य निजी जानकारी की सहायता से जालसाज धोखाधड़ी करते हुए आपके बैंक खाते से रुपये निकाल लेते है या आनलाईन ट्रांजैक्शन की सहायता से रुपये हडप लेते है.
रोहतक पुलिस द्वारा आमजन के लिए सुझाव:
- कभी भी किसी अंजान व्यक्ति के साथ आधार नम्बर, इमेल आईडी, सत्यापन कोड और अन्य निजी जानकारी साझा ना करें.
- सोशल मीडिया खातों के लिए दो-चरणीय सत्यापन को सक्रिय करें. यह आपके खाते की सुरक्षा को बढ़ाएगा और भले ही जालसाज को सत्यापन कोड मिल जाए, लेकिन फिर भी अकाउंट खोलने के लिए पासवर्ड की आवश्यकता होगी.
- पिन या किसी अन्य संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी के लिए पूछने वाले व्यक्तिगत संदेशों पर प्रतिक्रिया न दें.
- मैसेजिंग ऐप या सोशल मीडिया ऐसे किसी भी प्रकार के मैसेज नहीं भेजता है,