रोहतक: कोरोना वैक्सीन तैयार करने की मुहिम में लगे रोहतक पीजीआई को उम्मीद है कि इस साल के अंत तक को-वैक्सीन तैयार होकर मार्केट में आ जाएगी. ऐसा इसलिए क्योंकि को-वैक्सीन के पहले फेज का ट्रायल सफल रहा है और इसके परिणाण जल्द ही आने वाले हैं.
फिलहाल दूसरे फेज की शुरुआत रोहतक पीजीआई में कर दी गई और 15 वॉलंटियर की स्क्रीनिंग कर ली गई है. पूरे देश में दूसरे फेज का ट्रायल 380 वॉलंटियर पर किया जाएगा और रोहतक पीजीआई में ये ट्रायल 50 वॉलंटियर पर होगा.
ऐसे होगा दूसरा ट्रायल
इस ट्रायल में नई बात ये है कि इस बार डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी वैक्सीन के ट्रायल में शामिल किया गया है. इस ट्रायल में आधे वॉलंटियर्स को 3 माइक्रोग्राम और आधे वॉलंटियर्स को 6 माइक्रोग्राम की डोज देकर ट्रायल किया जाएगा.
पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने बताया की प्रथम चरण के नतीजे काफी बेहतर आए हैं और वॉलंटियर में एंटीबॉडी लेवल भी काफी अच्छा है, लेकिन इसके परिणाम भारत बायोटेक ही जारी करेगा. उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के ट्रायल की अनुमति उन्हें मिल चुकी है और रोहतक पीजीआई लगभग 50 वॉलंटियर पर ये ट्रायल करेगा.
'साल के अंत तक आ सकती है वैक्सीन'
उन्होंने बताया कि दूसरे फेज के ट्रायल में कुछ बदलाव किए गए हैं. जिसमें 12 से 65 साल तक की उम्र के लोगों पर ये ट्रायल होगा. यही नहीं इस बार डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों पर भी वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से दूसरी फेज के ट्रायल की अनुमति मिली है, तो उससे ये उम्मीद है कि इस साल के अंत तक दूसरे चरण के परिणाम आने के बाद ये वैक्सीन मार्केट में आ सकती है.
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