रोहतकः जिले में लगातार नहर टूटने के कारण किसानों की सैकड़ों एकड़ धान की फसल खराब हो रही है. जिसे लेकर किसानों में भारी रोष है. इसी कड़ी में समरगोपालपुर गांव के किसानों ने जिला उपायुक्त से मुलाकात की. किसानों ने उपायुक्त से जल्द समस्या का समाधान और खराब हुई फसल के लिए उचित मुआवजे की मांग की. किसानों ने बताया कि दो दिन पहले गांव के धान की खेती में माइनर टूटने से पानी भर गया. जिससे उनकी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
खेतों में भरा 2-2 फीट पानी
किसानों का कहना है धान की फसल कटाई शुरू हो चुकी है और कुछ फसल अभी खड़ी है. जिसकी कटाई अभी बाकी थी. इसी बीच में मुख्य नहर में से निकलने वाली निडाना माइनर टूट गई. जिससे साथ लगते खेतों में 2 फुट तक जल भराव हो गया. जल भराव होने से किसानों की कटी हुई फसल डूब गई और धान खराब हो गया.
प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
किसानों ने बताया कि खड़े धान काटना मुश्किल है इससे अब कटाई का खर्चा बढ़ जाएगा. अब अगली फसल की बुआई नहीं हो पाएगी जब तक पानी नहीं निकल जाता. फसल खराब होने से नाराज किसानों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि प्रशासन नहर की खुदाई कागजों में ही करवाता है धरातल पर नहीं. अगर सही तरीके से माइनर की खुदाई होती तो ये परेशानी नहीं उठानी पड़ती.
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कर्ज में डूबा किसान
किसान सभा के सदस्य प्रीत सिंह ने बताते हुए कहा की किसान पहले से ही कर्जे में डूबा हुआ है. ऊपर से प्रशासन की लापरवाही के कारण धान की फसल में हुआ नुकशान सहन नहीं कर पाएगा. उन्होंने कहा समरगोपाल पुर के किसान जिनका नुकसान हुआ है वो 50 हजार के ठेके पर जमीन लेकर खेती कर रहे हैं. इसके अलावा धान पर लागत खर्च अलग. ऐसे में अगर प्रशासन द्वारा उनके नुकसान की भरपाई नहीं की गई तो किसानों को इसका खामियाजा भी किसानों को ही उठाना पड़ेगा.