रोहतक: लॉकडाउन में फंस करीब 1200 प्रवासी मजदूरों को रोडवेज की बसों से घर भेजा गया हैं. इससे पहले कई प्रवासी मजदूर पैदल घर जाने को मजबूर थे. मजदूरों को सकुशल घर भेजने के लिए प्रदेश सरकार ने ये कदम उठाया है.
रोहतक प्रशासन ने इन मजदूरों के लिए रोडवेज की बसों का इंतजाम किया है. इन मजदूरों से किसी भी प्रकार का किराया नहीं लिया जा रहाहै. ये सुविधा मिलने के बाद इन प्रवासी मजदूरों के चेहरे पर घर जाने का खुशी को साफ देखा जा सकता है. प्रशासन ने शनिवार सुबह से ही इन्हें स्थानीय छोटूराम स्टेडियम में इकट्ठा किया और पूरे प्रशासन की देखरेख में सभी को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत बसों में बिठाया गया.
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इस अभियान में 60 बसों में लगभग 1200 मजदूरों को घर भेजा गया. प्रत्येक बस में 40 यात्री थे. आगे भी ये जारी रहेगा. मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन में 40 हजार रुपये किराए में ट्रक से भी घर नही पहुंच पा रहे थे, लेकिन आज प्रसाशन ने हमारे लिए बसें चला कर उपकार किया है.
डीएसपी गौरखपाल राणा ने बताया कि मजदूरों के लिए बसें चलाई गई है और इन्हें घर भेजा गया है. इससे पहले ट्रेन से प्रवासी मजदूरों को बिहार भेजा गया था.