रोहतक: बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा कराने का फैसला लिया है. यही नहीं प्रैक्टिकल की परीक्षाएं तो शुरू भी कर दी गई. परीक्षा करवाने से पहले छात्रों की ऑनलाइन राय जानी गई. जिसमें एक लाख में से लगभग 50% छात्रों ने ऑफलाइन परीक्षा व लगभग 35% छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा देने पर सहमति जताई है.
अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रश्न पत्र बनाने का काम तो शुरू कर दिया है, लेकिन ऑनलाइन परीक्षा के लिए किसी एजेंसी को हायर करने का कार्य अभी भी चल रहा है. स्नातक के छात्रों के लिए ऑब्जेक्टिव व स्नातकोत्तर के लिए डिस्क्रिप्टिव परीक्षा होगी.
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के डीन अफेयर नीना सिंह ने बताया कि यूजीसी ने विश्वविद्यालय को फाइनल ईयर की परीक्षा करवाने का आदेश दिया है. जिसके मद्देनजर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. उन्होंने बताया कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के लगभग एक लाख विद्यार्थी हैं. जिनकी इस कोरोना काल में परीक्षा करवाना वास्तव में एक कठिन कार्य है, लेकिन फिर भी इन छात्रों से ही राय ली गई है कि वह किस तरीके से परीक्षाएं देना चाहते हैं.
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ऑनलाइन राय में ये सामने आया है कि लगभग 50% छात्र ऑनलाइन परीक्षा देना चाहते हैं जबकि लगभग 30% छात्र ऑफलाइन परीक्षा देना चाहते हैं. यूजीसी के दिशा निर्देशानुसार स्नातक के फाइनल ईयर के छात्रों के लिए ऑब्जेक्टिव टाइप जबकि स्नातकोत्तर के लिए डिस्क्रिप्टिव प्रश्नपत्र बनाकर परीक्षा ली जाएगी.
उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर में पहले विद्यार्थी को 5 प्रश्नों के उत्तर देने होते थे, लेकिन अब की बार परीक्षा में बदलाव कर तीन प्रश्नों के उत्तर देने में निर्धारित किए गए हैं. फिलहाल प्रैक्टिकल की परीक्षाएं शुरू कर दी गई हैं और उम्मीद है कि अक्टूबर महीने के प्रथम सप्ताह तक सभी परीक्षाएं पूरी करवा ली जाएंगी. कोरोना संक्रमण को देखते हुए हर तरह की हिदायतें जारी की गई हैं. मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.
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