रोहतकः कोरोना महामारी के बीच अनलॉक के दौरान लंबे अंतराल के बाद रोहतक नगर निगम की बैठक हुई. इस दौरान बैठक में जमकर हंगामा हुआ. झगड़ा काफी देर तक चलता रहा. जिसके चलते अन्य पार्षदों को बीच-बचाव करना पड़ा. जिसको लेकर बैठक में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला. पार्षदों के हाउस में किए गए अशोभनीय प्रदर्शन पर मेयर ने भी खेद जताया है.
रोहतक नगर निगम की बैठक में वार्ड नंबर 9 और वार्ड नंबर 7 के पार्षदों के बीच जोरदार हंगामा हुआ. वार्ड नंबर 9 में एक निजी कंपनी द्वारा बनाए गए कम्युनिटी सेंटर के नामकरण को लेकर ये हंगामा हुआ है. बहस इतनी बढ़ गई कि दोनों पार्षद मारपीट की नौबत तक पहुंच गए, जिससे हाउस की बैठक में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया. दूसरे पार्षदों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत करवाया.
68 एजेंडे रखे गए सामने
झगड़े के बाद वार्ड नंबर 9 के पार्षद जय भगवान ने कहा कि हाउस में जो झगड़ा हुआ था वहीं खत्म हो गया. हंगामा शांत होने के बाद बैठक में शहर में विकास कार्यों से संबंधित 68 एजेंडे रखे गए. जिसमें अधूरे पड़े विकास कार्य पूरे करवाना, मरम्मत के कार्य, मूलभूत सुविधाओं से संबंधित नए कार्य करवाना शामिल थे. बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि निगम के सभी वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर प्रत्येक वार्ड में 16 लाख के कार्य करवाए जाएंगे.
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पार्षदों का व्यवहार अशोभनीय
मेयर मनमोहन गोयल ने माना कि निगम में पैसे की भारी किल्लत के चलते निगम क्षेत्र में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं. वहीं बैठक में हुए हंगामे पर खेद जताते हुए मेयर ने कहा कि हाउस की बैठक में पार्षदों ने जो संयम खोया है वो अशोभनीय था, ऐसा नहीं होना चाहिए था.