रोहतक: हरियाणा व उत्तर प्रदेश सरकार की आपसी सहमति से उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूर अपने घर लौट गए हैं, लेकिन अब अन्य प्रदेशों के प्रवासी मजदूरों का सब्र का बांध टूट गया और वो भी अपने घर जाने की मांग कर रहे हैं.
इसी मांग को लेकर आज प्रवासी मजदूर जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर पहुंच गए. जहां से बिना किसी आश्वासन के उठने से उन्होंने इंकार कर दिया. जिसके बाद रोहतक के एसडीएम मौके पर पहुंचे और उन्होंने गाड़ी में बैठे-बैठे ही अनाउंसमेंट कर दी कि आज शाम से उनका रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा.
जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे प्रवासी मजदूर मध्य प्रदेश, बिहार और गुजरात के रहने वाले हैं. जिनका कहना है कि लॉकडाउन को लगभग डेढ़ महीना हो गया है और कई बार वो अपने घर जाने की बात जिला प्रशासन के सामने कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया.
यही नहीं, अब तो उनके पास राशन और पैसा दोनों चीजें खत्म हो चुकी हैं और उनके पास सरकार की ओर से दिया जाने वाला राशन भी नहीं पहुंच रहा है, इसलिए भूखा मरने से तो बेहतर है कम से कम अपने परिवार के पास चले जाएं और वहां पर अपनी रोजी रोटी कमा कर के पेट पाल सकें.