रोहतक: साध्वी योन शोषण मामले में सजा काट रहे राम रहीम की पैरोल को लेकर खलबली मची हुई है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने राम रहीम की एक दिन की पैरोल को लेकर सरकार पर सवाल उठा दिए हैं. कृष्ण मूर्ति का आरोप है सरकार राम रहीम का नाजायज फायदा उठा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार, मध्यप्रदेश और हरियाणा में हो रहे उपचुनाव में फायदा लेने के लिए पैरोल दी थी.
दरअसल राम रहीम को गुपचुप तरीके से पैरोल दी गई और उसे पुलिस कस्टडी में गुरुग्राम ले जाया गया था. राम रहीम ने अपनी मां की बीमारी का हवाला दिया था जिसके बाद उसे एक दिन की पैरोल दी गई थी. राम रहीम की बेल की जानकारी गिने चुने लोगों को ही थी. सारी बाते गुप्त रखी गई थी, ताकि किसी को पता न चले.
राम रहीम गुरुग्राम के एक हॉस्पिटल में गए थे जहां उनकी मां एडमिट थी. राम रहीम को ले जाते वक्त रोहतक का एक रोड भी बंद कर दिया गया था. 24 अक्टूबर को राम रहीम की गुपचुप तरीके से दिए गए पैरोल को लेकर कांग्रेस सवाल उठा रही है. कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने सरकार की मंशा को लेकर सवाल उठाए है.
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बता दें कि साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी पाए जाने के बाद राम रहीम को रोहतक की सुनारिया जेल में रखा गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राम रहीम को 24 अक्टूबर को एक दिन की पैरोल दी गई थी. राम रहीम पैरोल के समय में अपनी मां से मिलने के लिए गुरुग्राम गए थे. यहां पर सुनारिया जेल से ही भारी सुरक्षा के बीच राम रहीम को गुरुग्राम अस्पताल में लेकर गए थे. सूत्रों ने बताया कि हरियाणा पुलिस की तीन टुकड़ियां तैनात रही थी. एक टुकड़ी में 80 से 100 जवान थे.