रोहतक: अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति अपनी मांगों को लेकर हरियाणा में भाई-चारा न्याय यात्रा निकालेगी. 18 जनवरी को हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक होगी. जिसमें यात्रा का विस्तृत कार्यक्रम जारी किया जाएगा और आंदोलन की विस्तृत रूपरेखा तय की जाएगी.
ये निर्णय समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की रोहतक के जसिया में हुई बैठक में लिया गया. बैठक की अध्यक्षता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने की. यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा वायदे के मुताबिक जाटों को ओबीसी श्रेणी में आरक्षण देने व जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान दर्ज केस वापसी की मांग को पूरा नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने ये मांगे पूरी नहीं की तो जाट दोबारा आंदोलन करेंगे. मलिक ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन और शहीद रैली की तैयारी के लिए पूरे हरियाणा में भाईचारा न्याय यात्रा निकाली जाएगी.
इस यात्रा की समाप्ति के बाद जाट आरक्षण आंदोलन में शहीद हुए लोगों की याद में 22 फरवरी 2020 को शहीद रैली होगी। वहीं 19 जनवरी से 31 जनवरी 2020 तक प्रदेश कार्यकारिणी राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन से पहले समझौते में शामिल नेताओं को मांग पूरी करवाने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद आंदोलन शुरू किया जाएगा।
हालांकि, अभी रैली का स्थान तय नहीं किया गया है. वहीं, अन्य राज्यों में 19 जनवरी से 31 जनवरी तक प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होंगी और भविष्य के राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी.