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आम बजट 2020: आय दोगुनी करने का वादा करने वाली बीजेपी सरकार से अन्नदाता को हैं कई उम्मीदें - farmers budget modi sarkar

महंगाई की मार झेल रहा किसान केंद्रीय बजट से कई उम्मीद लगाकर बैठा है. किसानों को उम्मीद है कि खेती में इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम घटेंगे और उनका मुनाफा बढ़ेगा. साथ ही किसान चाहते हैं कि उनके बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले.

haryana farmers on central budget 2020
haryana farmers on central budget 2020
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Published : Jan 31, 2020, 7:43 AM IST

रोहतक: किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के बलबूते पर सत्ता में आई भाजपा सरकार के बजट से किसानों को बड़ी उम्मीद है. किसानों ने इस बार बजट में सस्ते खाद बीज, महंगाई के साथ-साथ सोना सस्ता करने की भी मांग की है. यही नहीं किसान चाहते हैं कि देश मे शिक्षा का स्तर अच्छा हो ताकि उनके बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके.

मोदी सरकार पार्ट-2 से किसानों को हैं कई उम्मीदें
केंद्र सरकार के आने वाले बजट से हर वर्ग की तरह किसानों को भी बहुत सारी उम्मीदें हैं, वो इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठी भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. इसलिए किसानों को मोदी-2 सरकार से उम्मीद है कि अबकी बार आम बजट में किसानों का अच्छा ख्याल रखा जाएगा, जिससे किसान भी इज्जत भरी जिंदगी जी सकेंगे.

खाद-बीज, दवाई और डीजल हो सस्ता- किसान
इस बार किसानों ने आम बजट से सस्ते खाद बीज, दवाई और सस्ते डीजल की मांग की है. इसके साथ-साथ किसानों ने सस्ता सोना और बेहतर शिक्षा की भी उम्मीद लगाई है. किसानों का मानना है कि उसे अपने बच्चों की विवाह शादियों में परंपरा के अनुसार शगुन के तौर पर सोना डालना पड़ता है, लेकिन विडंबना ये है कि सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं जिससे वो सोने से बहुत दूर होता जा रहा है.

हरियाणा के किसानों को बजट से बहुत उम्मीद, देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- बजट 2020: वित्त मंत्री से इस बार हरियाणा के ऑटो मोबाइल सेक्टर को है बड़ी आस

हमारे बच्चों का मिले अच्छी शिक्षा- किसान
वहीं दूसरी ओर किसान का कहना है कि उनके बच्चे भी सरकारी कर्मचारियों और अमीर लोगों के बच्चों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें. इसलिए शिक्षा का बजट बढ़ाया जाए और अच्छी शिक्षा का प्रावधान स्कूलों में किया जाए, ताकि उनके बच्चे भी उसी कतार में खड़े हो सकें. जिस कतार में उन्हें होना चाहिए.

'किसानों को करवाए जाएं विदेशी टूर'
साथ ही किसानों ने कहा है कि जिस तरह से विदेशों की तकनीक जानने के लिए अधिकारियों और नेताओं को विदेशी टूर करवाए जाते हैं. इन्हें छोड़ कर किसानों को ये सुविधा दी जानी चाहिए. क्योंकि धरातल पर खेती किसान ही करता है ना कि अधिकारी और नेता. साथ ही आने वाले इस बजट से महंगाई पर लगाम लगाने की भी किसानों ने मांग की है, ताकि उनकी रसोई का खर्चा कम हो और किसान की आमदनी में इजाफा हो.

रोहतक: किसानों की आय दोगुनी करने के वादे के बलबूते पर सत्ता में आई भाजपा सरकार के बजट से किसानों को बड़ी उम्मीद है. किसानों ने इस बार बजट में सस्ते खाद बीज, महंगाई के साथ-साथ सोना सस्ता करने की भी मांग की है. यही नहीं किसान चाहते हैं कि देश मे शिक्षा का स्तर अच्छा हो ताकि उनके बच्चों का भविष्य बेहतर हो सके.

मोदी सरकार पार्ट-2 से किसानों को हैं कई उम्मीदें
केंद्र सरकार के आने वाले बजट से हर वर्ग की तरह किसानों को भी बहुत सारी उम्मीदें हैं, वो इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठी भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. इसलिए किसानों को मोदी-2 सरकार से उम्मीद है कि अबकी बार आम बजट में किसानों का अच्छा ख्याल रखा जाएगा, जिससे किसान भी इज्जत भरी जिंदगी जी सकेंगे.

खाद-बीज, दवाई और डीजल हो सस्ता- किसान
इस बार किसानों ने आम बजट से सस्ते खाद बीज, दवाई और सस्ते डीजल की मांग की है. इसके साथ-साथ किसानों ने सस्ता सोना और बेहतर शिक्षा की भी उम्मीद लगाई है. किसानों का मानना है कि उसे अपने बच्चों की विवाह शादियों में परंपरा के अनुसार शगुन के तौर पर सोना डालना पड़ता है, लेकिन विडंबना ये है कि सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं जिससे वो सोने से बहुत दूर होता जा रहा है.

हरियाणा के किसानों को बजट से बहुत उम्मीद, देखें वीडियो

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हमारे बच्चों का मिले अच्छी शिक्षा- किसान
वहीं दूसरी ओर किसान का कहना है कि उनके बच्चे भी सरकारी कर्मचारियों और अमीर लोगों के बच्चों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें. इसलिए शिक्षा का बजट बढ़ाया जाए और अच्छी शिक्षा का प्रावधान स्कूलों में किया जाए, ताकि उनके बच्चे भी उसी कतार में खड़े हो सकें. जिस कतार में उन्हें होना चाहिए.

'किसानों को करवाए जाएं विदेशी टूर'
साथ ही किसानों ने कहा है कि जिस तरह से विदेशों की तकनीक जानने के लिए अधिकारियों और नेताओं को विदेशी टूर करवाए जाते हैं. इन्हें छोड़ कर किसानों को ये सुविधा दी जानी चाहिए. क्योंकि धरातल पर खेती किसान ही करता है ना कि अधिकारी और नेता. साथ ही आने वाले इस बजट से महंगाई पर लगाम लगाने की भी किसानों ने मांग की है, ताकि उनकी रसोई का खर्चा कम हो और किसान की आमदनी में इजाफा हो.

Intro: रोहतक:-किसानों का दम भरने वाली भाजपा से किसानों को बजट से बड़ी उम्मीद।

किसानों की खाद,बीज,महंगाई के साथ साथ सोना सस्ता करने की भी मांग।

विदेशो में अधिकारी नही बल्कि किसानों का कराए सरकार भृमण।ताकि सिख जाए कृषि तकनीक।

शिक्षा करे सस्ती ताकि किसान का बच्चा भी करे अच्छी शिक्षा ग्रहण।

एक फरवरी को पेश करेगी केंद्र सरकार बजट।


एंकर रीड़:-किसानों की आय दोगुनी करने के बलबूते पर सत्ता में आई भाजपा सरकार के बजट से किसानों को बड़ी उम्मीद है।किसानों ने एक बार बजट में सस्ते खाद बीज,महंगाई के साथ साथ सोना सस्ता करने की भी मांग की है,यही नही किसान चाहता है कि देश मे शिक्षा का स्तर अच्छा हो ताकि उनके बच्चो का भी बेहतर भविष्य हो सके।गौरतलब है कि एक फरवरी को आम बजट पेश होने वाला है जिसमे किसानों को बड़ी उम्मीद है क्योंकि भाजपा अपने चुनावी वायदों में किसानों की आय दौगुणी करने की बात करती रही है।

Body:केंद्र सरकार के आने वाले बजट से हर वर्ग की तरह किसानों को भी बहुत सारी उम्मीदें हैं। वह इसलिए क्योंकि सत्ता में बैठी भाजपा सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने का चुनावी वायदा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। इसलिए किसानों को मोदी-2 सरकार से उम्मीद है कि अबकी बार आम बजट में किसानों का अच्छा ख्याल रखा जाए ताकि किसान भी इज्जत भरी जिंदगी जी सकें। इस बार किसान ने आम बजट से सस्ते खाद बीज, दवाई और सस्ते डीजल की मांग की है। इसके साथ-साथ किसानों ने सस्ता सोना और बेहतर शिक्षा की भी उम्मीद लगाई है। किसान का मानना है कि उसे अपने बच्चों की विवाह शादियों में परंपरा के अनुसार शगुन के तौर पर सोना डालना पड़ता है लेकिन विडंबना यह है कि सोने की कीमतें आसमान छू रही हैं जिससे वह सोने से बहुत दूर होता जा रहा है। Conclusion:वहीं दूसरी ओर किसान के बच्चे भी सरकारी कर्मचारियों व अमीर लोगों की तरह शिक्षा ग्रहण कर सकें इसलिए शिक्षा का बजट बढ़ाया जाए और अच्छी शिक्षा का प्रावधान स्कूलों में किया जाए ताकि उनके बच्चे भी उसी कतार में खड़े हो सके जिस कतार में उन्हें होना चाहिए। साथ ही किसानो ने कहा है कि जिस तरह से विदेशों की तकनीक जानने के लिए अधिकारियों और नेताओं को विदेशी टूर करवाए जाते हैं इन्हें छोड़ कर किसानों को यह सुविधा दी जानी चाहिए। क्योंकि धरातल पर खेती किसान ही करता है ना कि अधिकारी और नेता। साथ ही आने वाले इस बजट से महंगाई पर लगाम लगाने की भी किसानों ने मांग की है ताकि उनकी रसोई का खर्चा कम हो और किसान की आमदनी में इजाफा हो।

बाइट:- किसान
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