रोहतक: जिस तरह से किसान आंदोलनकारी प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और जेजेपी के नेताओं का विरोध कर रहे हैं. उसके चलते बीजेपी नेताओं में भी गुस्सा झलक रहा है. रोहतक पहुंचे ओमप्रकाश धनखड़ कार्यक्रम का विरोध करने वाले किसानों को कहा कि किसी भी आंदोलनकारी को कार्यक्रम रोकने का कोई अधिकार नहीं है और बीजेपी का कार्यकर्ता हर परिस्थिति में काम करेगा.
ओपी धनखड़ की किसानों को नसीहत
ओमप्रकाश धनखड़ रोहतक स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में सांपला नगर पालिका के चेयरमैन के भाजपा में शामिल होने के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे. इस मौके पर ओपी धनखड़ ने किसान नेताओं को नसीहत दी कि अगर आंदोलनकारी किसान हितैषी हैं, तो पंजाब और राजस्थान में हरियाणा के भाव की वजह से हो रहे किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए आंदोलन चलाएं.
ये भी पढ़िए: नए कृषि कानून का फायदा: हरियाणा के ये किसान सरकारी एजेंसी को फसल नहीं बेचना चाहते, प्राइवेट पहली पसंद
'दोहरे मानदंडो पर चल रहा है किसान आंदोलन'
धनखड़ ने कहा कि किसान आंदोलन दोहरे मानदंडों को लेकर चलाया जा रहा है. पंजाब व अन्य राज्यों के किसान नेताओं को यह कहना चाहते हैं कि पंजाब में गन्ने के किसान को प्रति एकड़ बारह एकड़ का नुकसान हो रहा है. जबकि राजस्थान में बाजरे के किसान को 10,000 प्रति एकड़ का नुकसान हो रहा है. क्योंकि हरियाणा की अपेक्षा राजस्थान और पंजाब में फसलों के भाव कम है. ओपी धनखड़ ने कहा कि किसान नेता सच में किसान हितैषी हैं तो इन दोनों प्रदेशों में किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए आंदोलन चलाएं.
ये पढें- हरियाणा में बदल गए फसल खरीद के नियम, कृषि मंत्री ने दी जानकारी
'बीजेपी का विरोध करने का अधिकार नहीं'
यही नहीं उनका कहना है कि जिस तरह से विरोध करने की बातें की जा रही है, तो किसी भी किसान संगठन को भाजपा या अन्य राजनीतिक दल के किसी कार्यक्रम का विरोध करने का अधिकार नहीं है. वे अपने आंदोलन की आवाज उठा रहे हैं यह उनका अधिकार है और राजनीतिक दल अपनी आवाज उठाने के लिए कार्यक्रम करते हैं.
ये पढ़ें- पांचवें दिन भी नहीं हुई गेहूं की सरकारी खरीद, किसान बोले- शेड्यूलिंग मैसेज प्रणाली नहीं हुई दुरुस्त