रोहतक: प्रदेश सरकार के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है और सरकारी विभागों के कर्मचारी लामबंद होना शुरू हो गए हैं. शुक्रवार को रोहतक में हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मचारी मानसरोवर पार्क रोहतक में इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुरानी पेंशन बहाली के साथ-साथ कई और मांगों को लेकर कर्मचारी सरकार के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं.
इन कर्मचारियों ने ऐलान कर दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो बड़े आंदोलन का ऐलान हो सकता है और यही नहीं आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारी जजपा भाजपा के खिलाफ मतदान करने की भी बात कही. हरियाणा कर्मचारी महासंघ के राज्य प्रधान विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि सरकार हमेशा कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी करती रही है.
हरियाणा सरकार के कर्मचारी काफी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लामबंद हैं. जिसमें पुरानी पेंशन बहाली करना, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, कैशलेस मेडिक्लेम व एक्स ग्रेशिया स्कीम प्रमुख मांगे हैं. उन्होंने कहा कि एक सरकारी कर्मचारी 30 से 35 साल तक सरकार को सेवाएं देता है और उसे बुढ़ापा पेंशन से भी कम पेंशन दी जा रही है, जो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगी. अब उन्होंने सभी जिला कमिश्नरी पर प्रदर्शन करने का कार्यक्रम बनाया है और शुक्रवार को उसी के मद्देनजर रोहतक कमिश्नरी पर प्रदर्शन किया गया.
इसके बाद अंबाला में पूरे प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों की एक कन्वेंशन होगी और जिसमें बड़े आंदोलन का ऐलान हो सकता है व अनिश्चितकालीन हड़ताल का भी फैसला लिया जा सकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारी मौजूदा जजपा भाजपा सरकार का तख्ता पलटने का काम करेंगे.