रोहतक: महारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय की छात्रा के अपहरण मामले में शामिल पांचवें आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर (Girl kidnapping case in Rohtak) लिया है. उसे गुरूवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इस मामले में मुख्य आरोपी अंशुल चहल समेत 4 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं.
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि 16 दिसंबर को महारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय की एक छात्रा का अपहरण कर लिया गया था. चरखी दादरी के एक गांव की यह छात्रा अपनी दो सहेलियों के साथ परीक्षा देने के लिए आई थी. जब वह महाविद्यालय के गेट के सामने पहुंची तो एक कार आकर रुक गई और गाड़ी से तीन युवक उतरे. उनमें से एक के पास पिस्तौल भी थी. फिर उन तीनों ने छात्रा का अपहरण कर (girl student kidnapping case in rohtak) लिया. छात्र की एक सहेली ने उसके पिता को अपहरण की जानकारी दी. छात्रा के पिता रोहतक पहुंचे और पुलिस में शिकायत दी. सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में इस संबंध में अपहरण का केस दर्ज कर लिया गया.
एसपी उदय सिंह मीना ने छात्रा की तलाश करने और अपहरण करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन कर दिया. हालांकि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि अपहरण करने वाले युवक छात्रा को पहले से ही जानते थे. पुलिस टीम ने अगले दिन रोहतक-पानीपत मार्ग पर ब्राह्मणवास गांव के नजदीक एक कार से सकुशल बरामद कर लिया और कार में सवार दो युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया. युवकों की पहचान हनुमान कालोनी रोहतक निवासी अमन व गरनावठी रोहतक निवासी देव के रूप में हुई. इसी दौरान सामने आया कि अपहरण का मुख्य साजिशकर्ता हनुमान कालोनी का अंशुल चहल है, जो छात्रा से एक तरफा प्यार करता है और उससे शादी करना चाहता था.
हालांकि अंशुल चहल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर छात्रा को उसकी गर्ल फ्रेंड बताया और कहा कि वह छात्रा से शादी करना चाहता है लेकिन उसका पिता तैयार नहीं है. 20 दिसंबर को पुलिस ने मुख्य आरोपी अंशुल चहल को गिरफ्तार कर लिया. बाद में पुलिस ने अपहरण मामले में सहयोग करने के लिए एक और युवक को पकड़ लिया. सिविल लाइन पुलिस स्टेशन के एसएचओ हरपाल सिंह ने बताया कि पुलिस जांच टीम में अपहरण मामले में शामिल पांचवें आरोपी सोनीपत के जसराना गांव निवासी सतेंद्र को भी गिरफ्तार कर लिया है.
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उसे कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.सिविल लाइन पुलिस स्टेशन की जांच में सामने आया था कि अंशुल चहल अपने साथियों के साथ छात्रा को दिल्ली, हरिद्वार और चंडीगढ़ भी लेकर गया. अपहरण की वारदात से एक दिन पहले अंशुल ने प्लानिंग तैयार की. वह अमन व देव के साथ कार में सवार होकर महारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय के गेट के सामने पहुंचा. फिर पिस्तौल के बल पर छात्रा का अपहरण कर लिया. अपहरण के बाद वह पहले सोनीपत गया और वहां पर कार बदल ली. वहां अंशुल के दो और साथियों ने इस मामले में सहयोग दिया.
इस बीच छात्रा के अपहरण की सूचना पर हड़कंप मच गया और रोहतक पुलिस की कई टीम अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुट गई. ऐसे में अंशुल सोनीपत से दिल्ली और फिर हरिद्वार पहुंच गए. हरिद्वार में छिपने का कोई ठिकाना न मिलने पर वे चंडीगढ़ आ गए. चंडीगढ़ में भी पकड़े जाने के डर से फिर करनाल आ गए. अंशुल करनाल में ही कार से उतर गया जबकि अमन व देव छात्रा को लेकर रोहतक की ओर चले गए.
इस बीच रोहतक पुलिस को कार की लोकेशन पता चल चुकी थी. पुलिस टीम ने ब्राह्मणवास के पास कार को घेर लिया. छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया और अमन व देव को गिरफ्तार कर लिया. बाद में छात्रा के मजिस्ट्रेट के सामने बयान कराए गए. जिसमें छात्रा तो यह तो बताया कि वह अंशुल को जानती थी लेकिन उसका जबरन अपहरण किया (Rohtak Crime News) गया.