रोहतक: पहले तो मौसम की मार और सरकार और प्रशासन की लापरवाही, नतीजा ये कि हरियाणा के किसान अब श्मशान घाट पहुंच चुके हैं. रोहतक मदीना अनाज मंडी गेहूं से फुल हो गई है, लिहाजा किसान मंडी के पास लगते श्मशान घाट में गेहूं की फसल डालने को मजबूर हैं. इतना ही नहीं किसानों ने सड़कों पर गेहूं डाल रखा है. सड़कों पर गेहूं की बड़ी-बड़ी ढेरियां बनी हुई हैं.
किसानों का कहना है कि यहां सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. जो मंडी है वो छोटी है. गेहूं की आवक से मंडी फुल हो चुकी है. लिहाजा उनके पास अब कोई दूसरा चारा नहीं है. इसलिए किसानों ने अनाज को सड़क किनारे, स्कूलों में और श्मशान घाट में डाल दिया है. किसानों के मुताबिक सरकार और प्रशासन दावे बस कागजी है. धरातल पर किसान परेशान हैं. उनकी सुनने वाला कोई भी नहीं.
मदीना गांव की अनाज मंडी के साथ लगते राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कई सौ मीटर तक सड़क पर गेहूं कि ढेरियां लगी हुई हैं. जिसकी वजह से हाईवे वन वे हो चुका है. अनाज मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों का कहना है कि सरकार जो दावे करती है. वो धरातल पर कहीं नजर नहीं आते. हर बार परेशानी किसानों को ही उठानी पड़ती है. वहीं गेहूं खरीद रहे आढ़तियों का कहना है कि जिस श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाता हो, उसी तक मजबूरन किसान और आढ़ती पहुंच रहे हैं. किसानों का गेहूं खुले में पड़ा है. अगर बारिश आ गई तो उनकी बची उम्मीद भी खत्म हो जाएगी.