रोहतक: प्रवासी मजदूर हरियाणा से पलायन से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानों को खेतों में कटाई के लिए और मंडियों में व्यापारियों को फसल को वाहनों से उतरवाने के लिए और बोरियों में अनाज भरवाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में किसान संगठनों ने प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर बाहर से मजदूर लाने के लिए इजाजत मांगी.
मजदूरों की कमीं से हुई परेशानी
प्रशासन ने इस समस्या का समाधान करते हुए मंडी के आढ़तियों और किसानों को मजदूर लाने की स्वीकृति दे दी है. जिससे अब किसानों की गेहूं कटाई का काम और मंडी में आढ़तियों का काम आसान हो जाएगा. मंडी के आढ़ती ने बताया लॉक डाउन में मजदूरों के अपने घर जाने से उनके सामने काफी दिक्कत खड़ी हो गई थी क्योंकि बिना मजदूरों के ना तो किसानों की फसल की कटाई संभव है और ना ही मंडियों में गेहूं उतारने और उनकी भराई संभव है.
बाहर से लेबर लाने की मिली स्विकृति
यह काम ज्यादातर हरियाणा में बाहर से आने वाले मजदूरों के बलबूते पर होता है. जिनकी कमी के कारण किसानों और मंडी भी मंडी के व्यापारियों के समक्ष भारी समस्या खड़ी हो गई थी. जिला प्रशासन के पास उन्होंने अपनी समस्या से अवगत कराया तो विचार-विमर्श के बाद जिला प्रशासन ने उन्हें बाहर से मजदूर लाने की स्वीकृति दे दी है.
व्यापारियों ने किया उपायुक्त का धन्यवाद
व्यापारियों ने उनकी समस्या के समाधान के लिए रोहतक के उपायुक्त आरएस वर्मा और एसडीएम राकेश कुमार का धन्यवाद भी किया. जिससे खेत में पक कर तैयार खड़ी किसान की गेहूं की फसल की कटाई में आसानी रहेगी और मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल की भराई और ढुलाई के व्यापारियों को आसानी हो जाएगी.