रोहतक: हरियाणा में हुई बेमौसमी बरसात से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया. भारी बारिश और ओलावृष्टि के से कई एकड़ फसल खराब हो गई. जिसके चलते किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ. वहीं, बेमौसमी बरसात व ओलावृष्टि की वजह से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए रोहतक में डीसी यशपाल ने मंगलवार को जिले के करीब एक दर्जन गांवों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने खेतों में पहुंचकर दराटी लेकर गेहूं भी काटा.
डीसी ने कहा कि फसलों को हुए नुकसान को लेकर किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हितों के मद्देनजर विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित किया है और प्राकृतिक आपदा जैसी परिस्थिति में सरकार किसानों के साथ खड़ी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले ही घोषणा कर चुके हैं, कि स्पेशल गिरदावरी करवाकर मई माह तक किसानों को मुआवजा दे दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पारदर्शी तरीके से फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर रहा है. जिसे शीघ्र ही सरकार को भेज दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने रोहतक में किसानों से आह्वान किया कि वे मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का हर बार पंजीकरण अवश्य कराएं. ताकि किसी भी प्राकृतिक आपदा में मुआवजे के लिए सही आकलन कर सके. डीसी ने बताया कि प्रशासन द्वारा 15 अप्रैल तक सरकार को नुकसान हुई फसलों की रिपोर्ट भेज दी जाएगी.
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डीसी ने किसानों से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में निर्णय लेने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. उन्होंने कहा कि, अन्नदाता की मदद के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसान की उन्नति के साथ ही राष्ट्र का विकास जुड़ा हुआ है. पूर्ण पारदर्शी प्रणाली से फसलों के हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पूरा जिला प्रशासन किसानों के साथ है और मुआवजे के मामले में कोई भी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि, तय समय पर मुआवजा राशि उनके बैंक खातों में आ जाएगी.