रोहतक: कांग्रेस नेता कृष्णमूर्ति हुड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (krishnamurti hooda on bhupinder hooda) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रविवार को उन्होंने गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बोहर गांव में जनसभा की और हुड्डा के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान 8 गांवों की जमीन अधिग्रहण का मुद्दा उठाया. गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र से भूपेंद्र सिंह हुड्डा वर्तमान में विधायक हैं.
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने आरोप लगाया कि हुड्डा ने रोहतक जिला के बोहर, गढ़ी बोहर, माजरा, बलियाणा, खरावड़, पहरावर, खेड़ी साध व नौनंद गांव के किसानों की हजारों एकड़ जमीन को कोड़ियों के भाव खरीदकर (land acquisition issue in rohtak) बड़े बड़े बिल्डर्स और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया. इसलिए प्रदेश की मौजूदा सरकार को जमीन से मुनाफा हासिल करने वाले बिल्डर्ज व उद्योगपतियों के मुनाफे से किसानों को हिस्सा देना चाहिए.
पूर्व मंत्री (congress leader krishnamurti hooda) ने बताया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते हुए किसानों से 17 लाख से 30 लाख रुपये प्रति एकड़ जमीन सरकार ने अधिग्रहित की थी, जो अब रोहतक के सेक्टर-27 में 50 हजार रुपये से 70 हजार रुपये प्रति गज के हिसाब से बिक रही है. उन्होंने कहा कि उस समय सरकार की पॉलिसी थी कि जनता को सस्ते में नो प्रॉफिट नो लॉस पर प्लॉट उपलब्ध करवाए जाएंगे.
कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों की जमीन सस्ते भाव में अधिग्रहण करके किसानों को बर्बाद किया है. हुड्डा 10 वर्ष के मुख्यमंत्री वाले शासनकाल में पैतृक गांव सांघी में भी किसानों को सिंचाई का पर्याप्त पानी भी उपलब्ध नहीं करवा पाए. सांघी गांव के किसान आज भी सिंचाई के पानी से तरस रहे हैं. जो नेता अपने गांवों के लोगों को सिंचाई के लिए पानी तक नहीं दिलवा सकता. वो हरियाणा के किसानों का नेता कैसे बन सकता हैं.