रोहतक: डब्ल्यूएचओ, भारत सरकार और प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के चलते एडवाइजरी जारी की है कि लोग भीड़ में जाने से बचें. यहां तक की उन्होंने लोगों के एक जगह इकट्ठा होने पर भी पाबंदी लगाई है, लेकिन राजनेताओं को अपनी राजनीति करने से कौन रोक सकता है.
रोहतक स्थित मानसरोवर पार्क में कम्युनिस्ट पार्टी से संबंधित नेता 100 से ऊपर लोगों को एक जगह एकत्रित करके संबोधित कर रहे थे. दरअसल, मामला किसी मजदूर के साथ पिटाई का था.
ये भी पढ़ें- कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई : उपायुक्त सिरसा
उन्होंने आरोप लगाया कि पहले तो मजदूर के साथ किसी ने पिटाई की और जब वो पुलिस के पास पहुंचा तो वहां भी पुलिस वालों ने उसके साथ पिटाई कर दी और जब कार्रवाई करने की बात की तो उनकी सुनवाई नहीं हुई. इस वजह से ही वो यहां पर एकत्रित हुए हैं.
जब उन्हें करोना वायरस को लेकर जारी की गई गाइडलाइन के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि हम कहीं सड़कों पर नहीं निकले हैं. केवल न्याय की आवाज उठाई है और गाइडलाइन तो लोकसभा और राज्यसभा के लिए भी है, जहां पर इतने लोग एक जगह इकट्ठा बैठकर काम करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि हमें तो सिर्फ टारगेट बनाया जा रहा है.