रोहतक: महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में शनिवार को एलुमनी मीट (MDU rohtak alumni meet) का आयोजन किया गया. इस समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. विश्वविद्यालय के टैगोर सभागार में आयोजित इस समारोह में काफी संख्या में पूर्व छात्रों ने शिरकत की. समारोह के दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का विशेष तौर पर जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पूर्व छात्र अगर विश्वविद्यालय में दान करें तो उस पर टैक्स में छूट का प्रावधान करने पर विचार किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने हरियाणा में प्रदान की जा रही शिक्षा व्यवस्था का भी जिक्र किया. साथ ही उन्होंने प्राचीन काल में गुरुकुल शिक्षा व्यवस्था का उदाहरण दिया.
सीएम ने राज्यभर के शिक्षण-संस्थानों में एलुमनी-मीट आरम्भ किए जाने के अपने प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी और बताया कि जब एक पूर्व छात्र अपने संस्थान में पहुंचता है तो उसकी पुरानी स्मृतियां ताजा हो जाती हैं. उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों की स्मृतियों के पन्ने पलटते हुए कहा कि वे रोहतक के पंडित नेकीराम शर्मा कॉलेज के विद्यार्थी रहे हैं, उनको हर वो जगह याद है जहां वे अपने सहपाठियों के साथ बैठकर पढ़ते थे, खेलते थे. उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान भी हमारे घर जैसा होता है, हर विद्यार्थी का उससे पारिवारिक सदस्य की तरह जुड़ाव रहता है.
उन्होंने राज्य में शिक्षा के प्रति अपने संकल्प को आगे बढ़ाने की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष शिक्षा का बजट 20 हजार करोड़ रुपए रखा है ताकि हर 20 किलोमीटर पर एक कॉलेज तथा हर जिला में एक मेडिकल कॉलेज के टारगेट को पूरा किया जा सके. इस साल 4 मेडिकल कॉलेज आरम्भ किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने एलुमनी-मीट के दौरान सभी एलुमनी से आह्वान किया कि वे अपनी यूनिवर्सिटी को कुछ न कुछ धन या स्किल देने का कमिटमेंट करें. उनका प्रयास रहेगा कि अपने शैक्षणिक संस्थान में दी जाने वाली धनराशि पर आयकर में छूट मिल सके. उन्होंने यूनिवर्सिटी के कुलपति को कहा कि उनकी तरफ से यूनिवर्सिटी के सभी एलुमनी को पत्र लिखा जाए जिसमें यूनिवर्सिटी की प्रगति में योगदान देने की अपील की जाए.
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मुख्यमंत्री की भावुक अपील का तुरंत असर नजर आया और तभी कई एलुमनी ने लाखों की राशि व अपने-अपने क्षेत्र की स्किल का योगदान देने की घोषणा कर डाली, जिस पर मुख्यमंत्री ने उनको सम्मानित भी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं है बल्कि हर नागरिक का फर्ज बनता है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' के मूलमंत्र पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि हम सबको मिलकर भारत को पूरी दुनिया में सिरमौर बनाना है. कई एलुमनी ने मुख्यमंत्री के समक्ष यूनिवर्सिटी में बिताए पलों के अनुभवों को सांझा किया और मुख्यमंत्री की एलुमनी-मीट शुरू करने की सोच की प्रशंसा की.
रोहतक के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने पुराने स्कूल में भी गए. इसके बारे में उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि वो कागज की कश्ती, वो बारिश का पानी, वो दरो-दीवार जहां बैठकर हमने सीखी थी 'क ख ग घ' की कहानी. रोहतक के गांव भाली आनंदपुर में अपने बचपन के सरकारी स्कूल पहुंचा तो कक्षा में बिताए पलों को याद कर मन भावुक हो उठा. आज इस राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया.