रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोमवार को एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली (Asian Boxing Championship Medalist) मीनाक्षी के सम्मान समारोह में शामिल हुए. इस दौरान हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के दौरान उन्होंने खेलों और खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए थे. उनके कार्यकाल के दौरान गांव-गांव में स्टेडियम बनाए गए. साथ ही स्कूल लेवल पर खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए स्पेट जैसी प्रतियोगिताएं शुरू की गई और खिलाडि़यों को शुरुआती स्तर पर ही डाइट, भत्ते और कोचिंग की सुविधा दी गई. इतना ही नहीं खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कांग्रेस सरकार ने 'पदक लाओ, पद पाओ' की नीति बनाई.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupendra Singh Hooda) ने कहा कि इन नीति के तहत खिलाडि़यों को डीएसपी जैसे उच्च पदों पर नियुक्तियां दी गई. कांग्रेस ने खेल नीति के तहत 16 डीएसपी, 25 इंस्पेक्टर, 43 सब इंस्पेक्टर, 318 कॉन्स्टेबल यानी 400 से ज्यादा खिलाड़ियों को सीधे पुलिस विभाग में पदासीन किया. इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए हर महकमे की नौकरी में 3 प्रतिशत आरक्षण का कोटा निर्धारित किया. खेल कोटे में सैंकड़ों खिलाड़ियों को नौकरियां हासिल हुईं.
बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद खिलाड़ियों के साथ भेदभाव भरा रवैया अपनाया. बीजेपी ने हरियाणा की खेल प्रतिभाओं को नुकसान पहुंचाने के लिए 'पदक लाओ, पद पाओ' की नीति में फेरबदल करके उन्हें डीएसपी जैसे उच्च पद पर नियुक्ति से वंचित कर दिया. नई नीति के तहत पैरा खिलाड़ियों के साथ भेदभाव किया गया. इतना ही नहीं मौजूदा सरकार ने कांग्रेस कार्यकाल में बनाए गए खेल परिसर को अपने हाल पर छोड़ दिया. बावजूद इसके हरियाणा के खिलाड़ी अपने बूते पर लगातार बेहतरीन प्रदर्शन कर पदक जीत रहे हैं.
हुड्डा ने ऐलान किया है कि भविष्य में कांग्रेस सरकार बनने पर फिर से खिलाडि़यों को वही सम्मान दिया जाएगा. सभी पदक विजेता खिलाड़ियों को उच्च पदों पर नियुक्ति और खेल कोटे में सरकारी नौकरियां दी जाएंगी. स्कूल स्तर पर ही खिलाड़ियों को डाइट, भत्ते व कोचिंग उपलब्ध करवाई जाएंगी.
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