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रोहतक: नागरिक अस्पताल में उपलब्ध है कुत्तों के काटने का इलाज, हर रोज आते हैं करीब 25 मरीज - anti rabies treatment in rohtak

रोहतक नागरिक अस्पताल में रोजाना कुत्तों के काटने के करीब 20 से 25 मरीज आते हैं. जिले के विभिन्न सीएचसी और पीएचसी में एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध है.

rohtak civil hospital
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Published : Jan 31, 2020, 10:45 AM IST

Updated : Jan 31, 2020, 11:39 AM IST

रोहतक: सरकारी अस्पताल में जानवरों के काटने से बहुत से मरीज पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रदेश के नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी होने के कारण प्राइवेट दुकानदार एंटी रेबीज इंजेक्शन को डबल रेट में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. सरकारी अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन का रेट 100 रुपये में मिलता है जबकि प्राइवेट दुकानदार इसी इंजेक्शन को ढाई सौ से तीन सौ रुपये में बेच रहे हैं. मजबूर लोगों को लगवाना भी पड़ता है.

रोहतक अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन

रोहतक के नागरिक अस्पताल का रियलिटी चेक किया और वहां के एसएमओ रमेशचंद्र का कहना है कि हमारे अस्पताल में इंजेक्शन की कोई भी कमी नहीं है, बल्कि 1 महीने का एडवांस में स्टॉक रखा हुआ है. रोजाना जानवरों के काटने के कई मरीज आते हैं. उनका इलाज किया जाता है और जैसे ही स्टॉक खत्म होने लगता है उसे 1 महीने पहले ही आवश्यकता के अनुसार डिपार्टमेंट के पास रिक्वेस्ट भेज दी जाती है.

नागरिक अस्पताल में उपलब्ध कुत्ता के काटने का इलाज, देखें वीडियो

हर दिन करीब 25 मरीजों का इलाज

अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर अरुण शर्मा का कहना है कि रोजाना जानवर के काटने से 20 से 25 के लगभग मरीज आते हैं. आज भी 9 के करीब मरी आ चुके हैं और उनका इंजेक्शन लगाकर इलाज किया जा रहा है. लोगों को इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है. इसका पूरी तरह से इलाज किया जाता है. समय रहते साबुन से जख्म को साफ कर लेना चाहिए. पांच इंजेक्शन का कोर्स होता है जो कि सरकारी हॉस्टलों में मात्र 100 रुपये फीस लगती है और इलाज किया जाता है.

ये भी पढ़ें- बजट 2020: वित्त मंत्री से इस बार हरियाणा के ऑटो मोबाइल सेक्टर को है बड़ी आस

वहीं अस्पताल में पहुंचे मरीजों का कहना है कि कुत्ते ने काट लिया, इसलिए स्पताल में इलाज करवाने पहुंचा हूं, लेकिन यहां पर डॉक्टरों ने आते ही इंजेक्शन लगा कर इलाज शुरू कर दिया. किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई.

रोहतक: सरकारी अस्पताल में जानवरों के काटने से बहुत से मरीज पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रदेश के नागरिक अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी होने के कारण प्राइवेट दुकानदार एंटी रेबीज इंजेक्शन को डबल रेट में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. सरकारी अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन का रेट 100 रुपये में मिलता है जबकि प्राइवेट दुकानदार इसी इंजेक्शन को ढाई सौ से तीन सौ रुपये में बेच रहे हैं. मजबूर लोगों को लगवाना भी पड़ता है.

रोहतक अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन

रोहतक के नागरिक अस्पताल का रियलिटी चेक किया और वहां के एसएमओ रमेशचंद्र का कहना है कि हमारे अस्पताल में इंजेक्शन की कोई भी कमी नहीं है, बल्कि 1 महीने का एडवांस में स्टॉक रखा हुआ है. रोजाना जानवरों के काटने के कई मरीज आते हैं. उनका इलाज किया जाता है और जैसे ही स्टॉक खत्म होने लगता है उसे 1 महीने पहले ही आवश्यकता के अनुसार डिपार्टमेंट के पास रिक्वेस्ट भेज दी जाती है.

नागरिक अस्पताल में उपलब्ध कुत्ता के काटने का इलाज, देखें वीडियो

हर दिन करीब 25 मरीजों का इलाज

अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर अरुण शर्मा का कहना है कि रोजाना जानवर के काटने से 20 से 25 के लगभग मरीज आते हैं. आज भी 9 के करीब मरी आ चुके हैं और उनका इंजेक्शन लगाकर इलाज किया जा रहा है. लोगों को इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है. इसका पूरी तरह से इलाज किया जाता है. समय रहते साबुन से जख्म को साफ कर लेना चाहिए. पांच इंजेक्शन का कोर्स होता है जो कि सरकारी हॉस्टलों में मात्र 100 रुपये फीस लगती है और इलाज किया जाता है.

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वहीं अस्पताल में पहुंचे मरीजों का कहना है कि कुत्ते ने काट लिया, इसलिए स्पताल में इलाज करवाने पहुंचा हूं, लेकिन यहां पर डॉक्टरों ने आते ही इंजेक्शन लगा कर इलाज शुरू कर दिया. किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई.

Intro:रोहतक नागरिक अस्पताल में रोजाना कुत्ते के काटने से लगभग 20 से 25 मरीज आते हैं । जिले के विभिन्न सीएचसी व पीएचसी में एंटी रेबीज वैक्सीन है उपलब्ध ।

एंकर- कुत्ते या अन्य जानवर के काटे जाने पर एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया जाता है । प्रदेश सरकार का करोड़ो रूपये का बजट होने के कारण आज प्रदेश के कई जिलों के नागरिक हॉस्पिटलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन न होने के कारण प्राइवेट दुकानदार डबल रेट पर इंजेक्शन बेच रहे हैं । एंटी रेबीज इंजेक्शन की सरकारी हॉस्पिटलों में सो रुपए फीस लगती है जबकि प्राइवेट दुकानदार इस इंजेक्शन को ढाई सौ से ₹300 में बेच रहे हैं । रोहतक के नागरिक हॉस्पिटल में रियलिटी चेक की तो वहां पर किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं मिली और 1 महीने तक का एडवांस स्टॉक मिला। हालांकि जानवरों के काटने के कई मरीज भी वँहा पहुंच कर इंजेक्शन लगवाकर अपना इलाज करवा रहे थे।

वीओ- 1 सरकारी हॉस्पिटलों में जानवरों के काटने से बहुत से मरीज पहुंच रहे हैं। लेकिन प्रदेश के नागरिक हॉस्पिटलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी होने के कारण प्राइवेट दुकानदार एंटी रेबीज इंजेक्शन को डबल रेट में बेचकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। सरकारी हॉस्पिटलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन का रेट ₹100 रुपये है जबकि प्राइवेट दुकानदार इसी इंजेक्शन को ढाई सौ से ₹300 में बेच रहे हैं मजबूर लोगों को लगवाना भी पड़ता है । रोहतक के नागरिक हड़ताल का रियलिटी चेक किया और वहां के एस एम ओ रमेशचंद्र का कहना है कि हमारे हॉस्पिटल में इंजेक्शन की कोई भी कमी नहीं है बल्कि 1 महीने का एडवांस में स्टॉक रखा हुआ है। रोजाना जानवरों के काटने के कई मरीज आते हैं उनका इलाज किया जाता है और जैसे ही स्टॉक खत्म होने लगता है उसे 1 महीने पहले ही आवश्यकता के अनुसार डिपार्टमेंट के पास रिक्वेस्ट भेजी जाती है।

Body:हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर अरुण शर्मा का कहना है कि रोजाना जानवर के काटने से 20 से 25 के लगभग मरीज आते हैं आज सुबह से ही 2 घंटे का समय हुआ है 9 के करीब मरी जा चुके हैं और उनका इंजेक्शन लगाकर इलाज किया जा रहा है उन्होंने कहा लोगों को इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि इसका पूरी तरह से इलाज किया जाता है समय रहते साबुन से जख्म को साफ कर लेना चाहिए । पांच इंजेक्शन का कोर्स होता है जो कि सरकारी हॉस्टलों में मात्र ₹100 फीस लगती है और इलाज किया जाता है।

बाइट -डॉक्टर अरुण शर्मा।

Conclusion:हॉस्पिटल में पहुंचे मरीज़ों का कहना है कि सुबह कुत्ते ने काट लिया इसलिए आज हॉस्पिटल में इलाज करवाने पहुंचा हूं लेकिन यहां पर डॉक्टरों ने आते ही इंजेक्शन लगा कर इलाज शुरू कर दिया किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई । मात्र सरकारी ₹100 फीस लगी है
बाइट- सुमेर ,ममता मरीज।
Last Updated : Jan 31, 2020, 11:39 AM IST
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