रोहतक: वंशवाद और परिवारवाद के खिलाफ पिछले काफी समय से बीजेपी के तेवर काफी आक्रामक रहे हैं, लेकिन हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी के इन्हीं तेवरों ने पार्टी के आगे असमंजस की स्थिति पैदा कर दी है. अपने रिश्तेदार और परिवार को टिकट देने की मांग को लेकर हरियाणा के बहुचर्चित सांसद की तिकड़ी एकजुट होती दिख रही है.
बेटी को टिकट दिलाने की राव इंद्रजीत सिंह की कोशिश
इस विधानसभा चुनाव में कई सासंद और मंत्री अपने बेटे-बेटियों के लिए टिकट मांग रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा चर्चाओं में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह हैं जो अपनी बेटी के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी की नीति से नहीं लग रहा कि उनकी बेटी को टिकट मिल पाएगा.
BJP में नहीं की किसी मंत्री ने इस्तीफे की पेशकश
बीजेपी में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और प्रदेश सरकार के कई आला नेताओं अपने बेटों या परिवार के सदस्यों को टिकट दिलवाने के लिए इस्तीफे की पेशकश की खबरें सामने आई हैं, लेकिन हरियाणा बीजेपी प्रभारी अनिल जैन ने उन सभी खबरों पर विराम लगाते हुए कहा कि किसी भी नेता ने इस्तीफे की कोई पेशकश नहीं की है. यह केवल मीडिया की देन है.
किसी नेता के परिवार को नहीं मिलेगा टिकट
इसके साथ ही बीजेपी प्रभारी अनिल जैन ने मीडिया से बात करते हुए साफ कर दिया कि बीजेपी ने पहले ही तक कर दिया है. कि किसी भी नेता के परिवार में कोई टिकट नहीं दी जाएगी.
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राव इंद्रजीत सिंह का तर्क
सूत्रों के अनुसार राव इंद्रजीत सिंह, चौ. धर्मबीर सिंह और रमेश कौशिक पार्टी पर सामूहिक दबाव बना रहे हैं. राव की अगुवाई में आगे बढ़ रहा पार्टी का यह गुट यह तर्क दे रहा है कि जब चौधरी बीरेंद्र सिंह के सांसद और उनकी पत्नी प्रेमलता के विधायक रहते उनका बेटा लोकसभा चुनाव लड़ सकता है तो दूसरे नेताओं के बेटे बेटियों को यह अवसर क्यों नहीं मिल सकता? अपनी बात को सही साबित करने के लिए राव और उनके साथी परिवार और रिश्तेदारों के लिए टिकट चाह रहे अन्य सांसदों का समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं.