रोहतक: चीन की नीच हरकत के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुरुवार को एबीवीपी छात्र संगठन के छात्रों ने चीन की कायराना हरकतों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान छात्रों ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला फूंका और चाइना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
गौरतलब है कि चीन के सैनिकों ने धोखे से 20 भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी, जिसके बाद पूरे भारत में चीन के खिलाफ आक्रोश है. कहीं व्यापारी तो कहीं स्टूडेंट रोड पर आकर चाइना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि वह चीनी सामान का बहिष्कार करें.
इससे पहले बुधवार को रोहतक के व्यापारियों ने चीनी सामान की होली जलाकर चीनी समान न बेचने का प्रण लिया था. वहीं आज एमबीबीएस के स्टूडेंट ने चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीन की सेना के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला फूंका. स्टूडेंट्स ने कहा कि अब समय आ गया है कि चीन को सबक सिखाना होगा.
छात्रों ने कहा कि चीन को चारों तरफ से चोट पहुंचानी पड़ेगी. सैनिक कार्रवाई के तौर पर कुटनीतिक तौर पर और आर्थिक तौर पर उनके बनाए हुए सामानों का विरोध करना होगा. गलवान घाटी भारत की है और भारत की ही रहेगी. चीन को समझ लेना चाहिए कि अब भारत 1962 वाला भारत नहीं है.
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बता दें कि भारत और चीन के बीच लद्दाख बॉर्डर पर मई से जारी तनाव अब काफी बढ़ गया है. सोमवार 15 जून की रात को गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई. 6 जून को हुई बैठक में चीन ने वादा किया था कि वो अपने सैनिकों को पीछे हटाएगा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसी के बाद जब भारतीय सेना चेकिंग के लिए पहुंची तो दोनों देशों के सैनिक आमने सामने आ गए. इस हिंसक झड़प में दोनों देशों की सेनाओं को भारी नुकसान हुआ है.