रोहतक: आधे से ज्यादा हरियाणा की कोरोना वायरस की टेस्टिंग रोहतक पीजीआई में हो रही है. अभी तक कुल 2007 सैंपल रोहतक पीजीआई में लिए गए हैं, जिसमें से 92 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसमें ज्यादातर लोग गुरुग्राम, पलवल और नूंह से हैं और तबलीगी जमात से संबंध रखने वाले हैं. इस बात की जानकारी नोडल अधिकारी डॉक्टर ध्रुव चौधरी ने दी. साथ ही उन्होनें राय दी कि प्रदेश में 2 सप्ताह के लिए लॉकडाउन और बढ़ाया जाना चाहिए.
डॉ. ध्रुव चौधरी का कहना है कि तबलीगी जमात के चलते करोना का संक्रमण ज्यादा बढ़ा है. जिसका असर उन्हें देखने को भी मिला है. क्योंकि रोहतक पीजीआई में अभी तक 2007 टेस्ट किए गए, जिसमें से 92 टेस्ट पॉजिटिव आए हैं. ये ज्यादातर पलवल, गुरुग्राम और नूंह के लोग हैं जो तबलीगी जमात सें संबंध रखते हैं.
इस समय रोहतक पीजीआई में दो ही पॉजिटिव केस एडमिट हैं. जिस तरह का माहौल बना हुआ है, उसके मद्देनजर 2 सप्ताह के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए. हालांकि फैसला सरकार को ही लेना है. क्योंकि बहुत से पहलुओं को ध्यान में रखकर फैसले लिए जाते हैं. जिसमें अर्थव्यवस्था और अन्य कई पहलू शामिल हैं.
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साथ ही डॉक्टर ध्रुव ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंस इस बीमारी का सबसे बेहतर इलाज है. समय रहते देश के प्रधानमंत्री ने जो फैसला लिया, उसका असर देखने को मिला रहा है. हम कहीं ना कहीं इस संक्रमण को ज्यादा बढ़ने से रोकने में कामयाब रहे हैं. लोगों को इस संबंध में खुद ब खुद सोचना चाहिए. अगर लोग नहीं सोचते हैं तो सरकार को सख्ती करने में भी कोई दिक्कत नहीं है. क्योंकि ये सब हमारे स्वास्थ्य के लिए ही किया जा रहा है.