रेवाड़ी: शिकायत दर्ज करने के बाद लापता युवक की तलाश में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की पुलिस रेवाड़ी पहुंची. 5 साल बीतने के बाद भी युवक अपने घर नहीं पहुंचा है. घरवालों की शिकायत के बाद हरकत में आई पश्चिम बंगाल पुलिस के जवानों ने शुक्रवार को रेवाड़ी में गुमशुदगी (Bengal youth missing in Rewari) के पोस्टर चिपकाये. लापता युवक के घरवालों ने पहले रेवाड़ी पुलिस को शिकायत दी थी. जब रेवाड़ी जिला पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पश्चिम बंगाल पहुंचकर परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी.
पश्चिम बंगाल पुलिस के अनुसार 2017 में 15 वर्षीय प्रसन्नजीत मंडल रेवाड़ी में आया था. वह बारा हजारी में एक स्वर्णकार की दुकान पर काम करता था. बताया गया है कि एक दिन दुकानदार से झगड़ा होने के बाद प्रसन्नजीत दुकान छोड़कर चला गया. इसके बाद वह न तो अपने कमरे पर लौटा और न ही अपने गांव. उसके परिजनों ने काफी तलाश की, परंतु उसका कोई पता नहीं चल सका था. परिजनों ने पश्चिम बंगाल पुलिस को बताया था कि रेवाड़ी पुलिस ने लड़के के लापता होने का केस दर्ज नहीं किया. इसके बाद थाना जयपुर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए प्रसन्नजीत की तलाश शुरू की. वहां से आई पुलिस ने पहले सिटी पुलिस स्टेशन जाकर बच्चे के संदर्भ में बातचीत की. इसके बाद सार्वजनिक स्थानों पर गुमशुदगी के पोस्टर चिपकाये.
मिली जानकारी के अनुसार करीब 5 साल पहले गायब हुए पश्चिम बंगाल के एक लड़के की तलाश में अब जाकर वहां की पुलिस रेवाड़ी पहुंची है. पुलिस ने स्थानीय पुलिस से लड़के की खोजबीन के लिए बातचीत की. बाद में पुलिस ने प्रमुख स्थानों पर गुमशुदा की तलाश के इश्तहार भी लगाए. लड़के के लापता होने के बाद रेवाड़ी पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था, जिस कारण परिजनों ने पश्चिम बंगाल के थाना जयपुर में केस दर्ज कराया था. लेकिन रेवाड़ी जिला पुलिस की लापरवाही के चलते पश्चिम बंगाल पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ा.