रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी में बुधवार को नगर परिषद की बैठक में अतिक्रमण को लेकर एक इमरजेंसी बैठक बुलाई गई. रेवाड़ी नगर परिषद की मीटिंग में जबरदस्त हंगामा हो (Uproar at Rewari Municipal Council Meeting) गया. ज्यादातर पार्षद भाई-भतीजावाद समाप्त करने की बात कर वॉकआउट कर गए. जिससे एजेंडा पास नहीं हो सका.
मिली जानकारी के मुताबिक रेवाड़ी नगर परिषद (Rewari Municipal Council) की मीटिंग रेलवे रोड पर बनी 9 दुकानों का अतिक्रमण हटाने को लेकर बुलाई गई थी. इन दुकानों का विवाद काफी सालों से चला आ रहा है. चूंकि यह जगह तहबजारी के तहत ली गई थी बाद में इस जगह पर ही दुकान बना दी गई. साल 2014 में सरकार ने तहबजारी बंद कर दी. जिसके बाद कुछ दुकानदार कोर्ट पहुंच गए.
अब शहर में दुकानों के साथ नाले बनाए जा रहे है. ऐसे में नगर परिषद का कहना है कि ये तहबजारी की जगह दी हुई है जिसपर दुकान बनाकर अतिक्रमण किया गया है. इसी अतिक्रमण को लेकर आज एजेंडा पास होना था. इसके अलावा सांवरिया प्रिटिंग प्रेस फर्म से विज्ञापन के टेंडर की राशि ब्याज सहित वसूलने का प्रस्ताव रखा गया था.
हाउस की मीटिंग में चेयरपर्सन पूनम यादव के अलावा नगर परिषद के तमाम अधिकारी और पार्षद पहुंचे लेकिन कुछ देर बाद ही बैठक में हंगामा शुरू हो (Uproar at Rewari Municipal Council Meeting) गया. पार्षदों ने एजेंडा नंबर एक पर एतराज जताया और सवाल खड़े करते हुए काफी हंगामा किया.
हाउस की मीटिंग में पार्षद लोकेश यादव ने कहा कि अतिक्रमण हटाने में भाई-भतीजावाद खत्म होना चाहिए. अकेले रेलवे रोड ही नहीं बल्कि पूरे रेवाड़ी में अतिक्रमण हो रहा (Encrochment In Rewari)है. ऐसे में सभी जगह बगैर भेदभाव के कार्रवाई होनी चाहिए. कुछ पार्षदों ने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष को टारगेट कर कार्यवाही नहीं होनी चाहिए.
अतिक्रमण हटाने को लेकर रखे गए प्रस्ताव को पास कराने के लिए जब हस्ताक्षर की बारी आई तो काफी पार्षद इसके खिलाफ दिखे. इस बीच वार्ड नंबर 25 से पार्षद मोनिका ने सीधे सवाल खड़ा कर दिया कि जो पार्षद साइन नहीं करते. मतलब दाल में कुछ काला है. इसके बाद पार्षद बिखर गए और फिर वॉकआउट कर बाहर निकल गए जिसकी वजह से बैठक रद्द हो गई.