रेवाड़ी: BSF के पूर्व जवान तेज बहादुर ने कहा कि मैं आतंकी हमले से आहत हूं. उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को कठघरे में खड़ा किया. कड़े शब्दों में पूर्व सैनिक ने कहा कि अब निंदा नहीं बदला चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर एजेंसियां सतर्क होकर अपनी ड्यूटी करती तो वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था. लेकिन विस्फोटक से भरी कार ने अपनी कायराना हरकत को अंजाम दे दिया. हमारे देश के पास बहुत सी सुरक्षा एजेंसियां और भारी मात्रा में हथियार होते हुए भी ये शर्मनाक घटना हुई.
आतंकी हमले का सबसे बड़ा कारण उन्होंने देश की गंदी राजनीति को बताया. उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदार सेना की नकारा और निक्कमी अफसरशाही है. ये हमला कोई आखिरी नहीं है, अगर सरकार नहीं जागी तो और भी हमले जारी रहेंगे.
उन्होंने कहा कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में पेंशन और शहीद का दर्जा दिया जाता है. तेज बहादुर ने पेरामिल्ट्री को पैंशन और शहीद का दर्जा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि नेता देश को लूट-लूटकर खा रहे हैं. जो एक बार विधायक और सांसद बनता है उस नेता को पेंशन देने का प्रावधान हमारे देश में है. लेकिन जवान को नहीं.