ETV Bharat / state

2023 तक बनकर तैयार होना है मनेठी एम्स, अब तक तय नहीं हो पाई जमीन

author img

By

Published : Dec 12, 2019, 9:00 AM IST

मनेठी में एम्स बनाने के लिए 1299 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था, साथ ही एम्स का काम फरवरी 2023 तक पूरा करने का भी फैसला किया गया था, लेकिन अभी तक एम्स के लिए जमीन तक तय नहीं हुई. मंत्री बड़े-बड़े भाषण दे रहे हैं तो वहीं अधिकारी चिट्ठी और फाइलों के पचड़े में फंसे हैं.

status of aiims in manethi rewari
मनेठी AIIMS के लिए और कितना इंतजार?

रेवाड़ी: 15 जुलाई 2015 को पहली बार मनेठी में एम्स बनने का जिक्र हुआ था. तब सीएम मनोहर लाल ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए रेवाड़ी के मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी, लेकिन सीएम की इस घोषणा को चार साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. एम्स बनना तो दूर इसके लिए अभी जगह फाइनल तक नहीं हुई है.

भाषणों और कमेटियों के बीच पंसा पेंच !
बता दें कि मनेठी में एम्स बनाने के लिए 1299 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था, साथ ही एम्स का काम फरवरी 2023 तक पूरा करने का भी फैसला किया गया था, लेकिन अभी तक एम्स के लिए जमीन तक तय नहीं हुई. मंत्री बड़े-बड़े भाषण दे रहे हैं तो वहीं अधिकारी चिट्ठी और फाइलों के पचड़े में फंसे हैं.

दूसरे राज्यों में कई आगे AIIMS का काम
मनेठी एम्स के अलावा दूसरे राज्यों में भी एम्स बनाने की घोषणा की गई थी. जब इसी साल जनवरी में केंद्रीय कैबिनेट ने रेवाड़ी में बनने वाले एम्स को मंजूरी दी तो उससे कुछ दिन पहले ही जम्मू, कश्मीर और गुजरात में भी एम्स बनाने का ऐलान किया गया, लेकिन वहां हालात मनेठी जैसे नहीं हैं. वहां तो बात टेंडर तक पहुंच गई है, जबकि यहां अभी तक जमीन भी तय नहीं हो पाई है. पहले एम्स के लिए जो जमीन तय की गई थी उस पर अब वन मंत्रालय को भी कोई आपत्ती नहीं है. किसान भी अपनी जमीन देने को तैयार हैं, लेकिन अभीतक बात आगे नहीं बढ़ पाई है.

ये भी पढ़िए:नागरिक संशोधन बिल पास होने पर सीएम ने पीएम मोदी और अमित शाह को दी बधाई, शरणार्थी मना रहे खुशी

जानकारी के मुताबिक, 11 नवंबर को चंडीगढ़ मुख्यालय पर मनेठी एम्स पर एक मीटिंग हुई. जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने की. इसके बाद 26 नवंबर को मेडिकल एंड रिसर्च डिपार्टमेंट के एसीएस अमित झा ने रेवाड़ी डीसी को पत्र लिखा. जिसमें कहा गया कि 150-200 एकड़ जमीन एम्स के लिए निर्धारित की जाए. ये जमीन मनेठी और उसके आस-पास देखी जाए. पत्र मिलने के बाद रेवाड़ी डीसी ने अगले ही दिन एडीसी की अध्यक्षता में सात सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया. इस कमेटी को रिपोर्ट तैयार करने के लिए अगले तीन दिनों का वक्त दिया गया, लेकिन 15 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और काम कितना हुआ है आपके सामने है.

गुजरात के राजकोट में बनने वाले AIIMS की स्थिति
इस एम्स के लिए 1195 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया. यहां काम पूरा करने के लिए अक्टूबर, 2022 तक का समय तय किया गया. यहां काम के लिए कार्यकारी एजेंसी तय कर दी गई है.

जम्मू और कश्मीर में बनने वाले AIIMS की स्थिति
बता दें कि जम्मू में एक और कश्मीर में एक एम्स बनेगा. जम्मू में संबा के विजयनगर में 1,661 करोड़ रुपये की लागत से एम्स की स्थापना की जाएगी, जबकि कश्मीर में पुलवामा के अवनतीपुरा में 18,28 करोड़ रुपये की लागत से दूसरा एम्स बनाया जाएगा. इन दोनों एम्स के लिए डिजाइन तय होने के बाद मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जा चुका है. यहां तक टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.

रेवाड़ी: 15 जुलाई 2015 को पहली बार मनेठी में एम्स बनने का जिक्र हुआ था. तब सीएम मनोहर लाल ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए रेवाड़ी के मनेठी में एम्स बनाने की घोषणा की थी, लेकिन सीएम की इस घोषणा को चार साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. एम्स बनना तो दूर इसके लिए अभी जगह फाइनल तक नहीं हुई है.

भाषणों और कमेटियों के बीच पंसा पेंच !
बता दें कि मनेठी में एम्स बनाने के लिए 1299 करोड़ का लक्ष्य रखा गया था, साथ ही एम्स का काम फरवरी 2023 तक पूरा करने का भी फैसला किया गया था, लेकिन अभी तक एम्स के लिए जमीन तक तय नहीं हुई. मंत्री बड़े-बड़े भाषण दे रहे हैं तो वहीं अधिकारी चिट्ठी और फाइलों के पचड़े में फंसे हैं.

दूसरे राज्यों में कई आगे AIIMS का काम
मनेठी एम्स के अलावा दूसरे राज्यों में भी एम्स बनाने की घोषणा की गई थी. जब इसी साल जनवरी में केंद्रीय कैबिनेट ने रेवाड़ी में बनने वाले एम्स को मंजूरी दी तो उससे कुछ दिन पहले ही जम्मू, कश्मीर और गुजरात में भी एम्स बनाने का ऐलान किया गया, लेकिन वहां हालात मनेठी जैसे नहीं हैं. वहां तो बात टेंडर तक पहुंच गई है, जबकि यहां अभी तक जमीन भी तय नहीं हो पाई है. पहले एम्स के लिए जो जमीन तय की गई थी उस पर अब वन मंत्रालय को भी कोई आपत्ती नहीं है. किसान भी अपनी जमीन देने को तैयार हैं, लेकिन अभीतक बात आगे नहीं बढ़ पाई है.

ये भी पढ़िए:नागरिक संशोधन बिल पास होने पर सीएम ने पीएम मोदी और अमित शाह को दी बधाई, शरणार्थी मना रहे खुशी

जानकारी के मुताबिक, 11 नवंबर को चंडीगढ़ मुख्यालय पर मनेठी एम्स पर एक मीटिंग हुई. जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने की. इसके बाद 26 नवंबर को मेडिकल एंड रिसर्च डिपार्टमेंट के एसीएस अमित झा ने रेवाड़ी डीसी को पत्र लिखा. जिसमें कहा गया कि 150-200 एकड़ जमीन एम्स के लिए निर्धारित की जाए. ये जमीन मनेठी और उसके आस-पास देखी जाए. पत्र मिलने के बाद रेवाड़ी डीसी ने अगले ही दिन एडीसी की अध्यक्षता में सात सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया. इस कमेटी को रिपोर्ट तैयार करने के लिए अगले तीन दिनों का वक्त दिया गया, लेकिन 15 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और काम कितना हुआ है आपके सामने है.

गुजरात के राजकोट में बनने वाले AIIMS की स्थिति
इस एम्स के लिए 1195 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया. यहां काम पूरा करने के लिए अक्टूबर, 2022 तक का समय तय किया गया. यहां काम के लिए कार्यकारी एजेंसी तय कर दी गई है.

जम्मू और कश्मीर में बनने वाले AIIMS की स्थिति
बता दें कि जम्मू में एक और कश्मीर में एक एम्स बनेगा. जम्मू में संबा के विजयनगर में 1,661 करोड़ रुपये की लागत से एम्स की स्थापना की जाएगी, जबकि कश्मीर में पुलवामा के अवनतीपुरा में 18,28 करोड़ रुपये की लागत से दूसरा एम्स बनाया जाएगा. इन दोनों एम्स के लिए डिजाइन तय होने के बाद मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जा चुका है. यहां तक टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.

Intro:Body:

dummy


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.