ETV Bharat / state

जीना इसी का नाम है: अपने पैसों से भूखे कुत्तों को हर रोज 100 लीटर दूध पिला रहे ये छात्र

author img

By

Published : Apr 22, 2020, 7:05 PM IST

Updated : Apr 23, 2020, 4:50 PM IST

मोनिका और वैभव हर रोज अपनी स्कूटी पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजार और चौराहों पर पहुंचते हैं और बेसहारा कुत्तों को दूध और बिस्किट खिलाकर कोरोना संक्रमण के खतरे में इनका पेट भर रहे हैं.

food for Stray dog in rewari
रेवाड़ी में ये खिला रहे हैं बेसहारा कुत्तों दो वक्त का खाना

रेवाड़ी: देश कोरोना महामारी की मार से गुजर रहा है. जिसके चलते लोगों पर रोटी का संकट गहराने लगा है. ऐसे में बेजुबानों को भी पेट की भूख मिटाने के लिए भटकते को मजबूर होना पड़ रहा है.

कुत्तों के लिए 100 लीटर दूध रोज

रेवाड़ी की पॉश कॉलोनी सेक्टर-4 निवासी मोनिका और वैभव बेजुबानों को रोजाना दूध और बिस्किट खिलाकर संकट की इस घड़ी में उनका सहारा बने हुए हैं. दोनों युवा रोजाना दोनों वक्त इन बेजुबानों को करीब 100 लीटर दूध व 100 पैकेट बिस्किट खिलाकर इनके लिए मसीहा बने हुए हैं.

रेवाड़ी में ये खिला रहे हैं बेसहारा कुत्तों दो वक्त का खाना

मोनिका और वैभव हर रोज अपनी स्कूटी पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजार व चौराहों पर पहुंचते हैं और इन बेसहारा कुत्तों को दूध व बिस्किट खिलाकर कोरोना संक्रमण के खतरे में इनका पेट भर रहे हैं.

बीएससी छात्रों ने बनाया ग्रुप

कुल 7 से 8 युवाओं की टीम मिलकर लॉकडाउन के दौरान रेवाड़ी के प्रमुख चौक और चौराहों पर जाकर इन कुत्तों को खाना खिलाते हैं. ताकि कोई भी बेजुबान भूख से दम न तोड़े. इस टीम के दो सदस्य मोनिका और वैभव दोनों ही बीएससी के स्टूडेंट्स हैं. दोनों को ही कुत्तों से बेहद लगाव है. आज जहां सब कुछ बंद होने की वजह से लोगों को खाने-पीने के लिए मुसीबत है तो ऐसे समय में कुत्तों को खाना खिलाने वाले इन युवाओं की रेवाड़ी में हर जगह तारीफ हो रही है.

15 दिनों से कुत्तों का पेट भरने में जुटे

इस टीम की सदस्य मोनिका का कहना है कि लॉकडाउन में स्कूल, कॉलेज, बाजार व सभी प्राइवेट और सरकारी कार्यालय बंद होने की वजह से इन बेसहारा कुत्तों को खाना नहीं मिल रहा है. इसलिए पिछले 15 दिनों से मोनिका और वैभव इन बेसहारा कुत्तों का पेट भरने में जुटे हुए हैं. इनका कहना है कि जब तक लॉकडाउन रहेगा. तब तक वो इनको दोनों वक्त दूध और बिस्किट खिलाते रहेंगे.

ये भी पढ़ें- गेहूं खरीद पर बोले दीपेंद्र हुड्डा- ये प्रयोग नहीं काम करने का समय

रेवाड़ी: देश कोरोना महामारी की मार से गुजर रहा है. जिसके चलते लोगों पर रोटी का संकट गहराने लगा है. ऐसे में बेजुबानों को भी पेट की भूख मिटाने के लिए भटकते को मजबूर होना पड़ रहा है.

कुत्तों के लिए 100 लीटर दूध रोज

रेवाड़ी की पॉश कॉलोनी सेक्टर-4 निवासी मोनिका और वैभव बेजुबानों को रोजाना दूध और बिस्किट खिलाकर संकट की इस घड़ी में उनका सहारा बने हुए हैं. दोनों युवा रोजाना दोनों वक्त इन बेजुबानों को करीब 100 लीटर दूध व 100 पैकेट बिस्किट खिलाकर इनके लिए मसीहा बने हुए हैं.

रेवाड़ी में ये खिला रहे हैं बेसहारा कुत्तों दो वक्त का खाना

मोनिका और वैभव हर रोज अपनी स्कूटी पर सवार होकर शहर के प्रमुख बाजार व चौराहों पर पहुंचते हैं और इन बेसहारा कुत्तों को दूध व बिस्किट खिलाकर कोरोना संक्रमण के खतरे में इनका पेट भर रहे हैं.

बीएससी छात्रों ने बनाया ग्रुप

कुल 7 से 8 युवाओं की टीम मिलकर लॉकडाउन के दौरान रेवाड़ी के प्रमुख चौक और चौराहों पर जाकर इन कुत्तों को खाना खिलाते हैं. ताकि कोई भी बेजुबान भूख से दम न तोड़े. इस टीम के दो सदस्य मोनिका और वैभव दोनों ही बीएससी के स्टूडेंट्स हैं. दोनों को ही कुत्तों से बेहद लगाव है. आज जहां सब कुछ बंद होने की वजह से लोगों को खाने-पीने के लिए मुसीबत है तो ऐसे समय में कुत्तों को खाना खिलाने वाले इन युवाओं की रेवाड़ी में हर जगह तारीफ हो रही है.

15 दिनों से कुत्तों का पेट भरने में जुटे

इस टीम की सदस्य मोनिका का कहना है कि लॉकडाउन में स्कूल, कॉलेज, बाजार व सभी प्राइवेट और सरकारी कार्यालय बंद होने की वजह से इन बेसहारा कुत्तों को खाना नहीं मिल रहा है. इसलिए पिछले 15 दिनों से मोनिका और वैभव इन बेसहारा कुत्तों का पेट भरने में जुटे हुए हैं. इनका कहना है कि जब तक लॉकडाउन रहेगा. तब तक वो इनको दोनों वक्त दूध और बिस्किट खिलाते रहेंगे.

ये भी पढ़ें- गेहूं खरीद पर बोले दीपेंद्र हुड्डा- ये प्रयोग नहीं काम करने का समय

Last Updated : Apr 23, 2020, 4:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.