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रेवाड़ी: कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आई सामाजिक संस्था

रेवाड़ी में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आईं हैं. हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाएं गरीब लोगों के लिए मास्क बनाकर फ्री में बांटने का काम कर रहीं हैं. साथ ही उनके द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. ताकि कोरोना तो हराया जा सके.

rewari Social organization distributing masks to poor people
रेवाड़ी: कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आई सामाजिक संस्था
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Published : Apr 19, 2020, 12:56 PM IST

रेवाड़ी: देश और प्रदेश में कोरोना ने कहर बरपाया हुआ हैं. जिसके चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. वहीं प्रदेशभर में लॉकडाउन के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज कमाने खाने वाले लोगों के सामने रोटी रोजी का संकट पैदा हो गया. उनकों समझ नहीं आ रहा है कि कैसे परिवार का पेट भरा जाए. वहीं इस संकट की घड़ी में सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रही हैं.

प्रदेश में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन चलाया जा रहा है. जिसके निदेशक एडीसी राहुल हुड्डा हैं. उनके मार्गदर्शन में सहायक समूह की महिलाएं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जीतने के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं. उनके द्वारा लोगों को कोरोना के खिलाफ जागरूक करने काकाम किया जा रहा है. हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला समूह द्वारा मास्क बनाकर लोगों में बांटे जा रहें है.

रेवाड़ी: कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आई सामाजिक संस्था

बताया जा रहा है कि मिशन की शुआत वर्ष 2015 में 10 महिलाओं के साथ हुई थी. बाद में इसकी संख्या बढ़कर 250 से ज्यादा हो गई थी. वर्ष 2018 में स्वयं सहायता समूह द्वारा 35 महिलाओं के लिए सिलाई केंद्र खोला गया. जहां 35 महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया और आज वो सभी महिलाएं अपना परिवार स्वयं चला रहीं है. स्वयं सहायता समूह की ये महिलाएं रेवाड़ी जिले के गांव बोलनी स्थित बने सिलाई सेंटर में जाकर मास्क बनाने का कार्य प्रतिदिन सुबह 9 बजे से लेकर शायं 6 बजे तक कर रहीं है.

बताया जा रहा है कि मास्क बनाने के लिए कपड़ा भी महिलाएं अपने निजी खर्च से ही उठा रही है. महिलाओं का कहना है की इस आपदा में एक दूसरे का सहारा बनकर मदद करनी चाहिए ताकि देशभर में फ़ैली इस कोरोना महामारी की जंग में भारत की जीत हो. स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं ने अब तक करीब 8,000 हजार मास्क बनाकर जरूरतमंद ग़रीब लोगों को निशुल्क बांट चुकी हैं

ये भी पढ़ेंः- कोरोना इफेक्ट: लॉकडाउन से निकला छोटे उद्योगों का दम, सरकार से मदद की गुहार

बताया जा रहा है कि महिलाओं द्वारा मास्क बनाते समय भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है. साथ ही दूसरे लोगों को भी एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का संदेश दिया जा रहा है. साथ ही मिशन के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में लोगों को घर में रहने और प्रशासन के आदोशों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है.

रेवाड़ी: देश और प्रदेश में कोरोना ने कहर बरपाया हुआ हैं. जिसके चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. वहीं प्रदेशभर में लॉकडाउन के चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज कमाने खाने वाले लोगों के सामने रोटी रोजी का संकट पैदा हो गया. उनकों समझ नहीं आ रहा है कि कैसे परिवार का पेट भरा जाए. वहीं इस संकट की घड़ी में सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आ रही हैं.

प्रदेश में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन चलाया जा रहा है. जिसके निदेशक एडीसी राहुल हुड्डा हैं. उनके मार्गदर्शन में सहायक समूह की महिलाएं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जीतने के लिए अहम भूमिका निभा रही हैं. उनके द्वारा लोगों को कोरोना के खिलाफ जागरूक करने काकाम किया जा रहा है. हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिला समूह द्वारा मास्क बनाकर लोगों में बांटे जा रहें है.

रेवाड़ी: कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आई सामाजिक संस्था

बताया जा रहा है कि मिशन की शुआत वर्ष 2015 में 10 महिलाओं के साथ हुई थी. बाद में इसकी संख्या बढ़कर 250 से ज्यादा हो गई थी. वर्ष 2018 में स्वयं सहायता समूह द्वारा 35 महिलाओं के लिए सिलाई केंद्र खोला गया. जहां 35 महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया और आज वो सभी महिलाएं अपना परिवार स्वयं चला रहीं है. स्वयं सहायता समूह की ये महिलाएं रेवाड़ी जिले के गांव बोलनी स्थित बने सिलाई सेंटर में जाकर मास्क बनाने का कार्य प्रतिदिन सुबह 9 बजे से लेकर शायं 6 बजे तक कर रहीं है.

बताया जा रहा है कि मास्क बनाने के लिए कपड़ा भी महिलाएं अपने निजी खर्च से ही उठा रही है. महिलाओं का कहना है की इस आपदा में एक दूसरे का सहारा बनकर मदद करनी चाहिए ताकि देशभर में फ़ैली इस कोरोना महामारी की जंग में भारत की जीत हो. स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं ने अब तक करीब 8,000 हजार मास्क बनाकर जरूरतमंद ग़रीब लोगों को निशुल्क बांट चुकी हैं

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बताया जा रहा है कि महिलाओं द्वारा मास्क बनाते समय भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है. साथ ही दूसरे लोगों को भी एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का संदेश दिया जा रहा है. साथ ही मिशन के सदस्यों द्वारा कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में लोगों को घर में रहने और प्रशासन के आदोशों का पालन करने के लिए कहा जा रहा है.

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