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रेवाड़ी: लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार - रेवाड़ी क्राइम न्यूज

रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले एक गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरोह के लोगों ने एक मोबाइल वैन में अल्ट्रासाउंड मशीन फीट की हुई थी. इसके अंदर वो लिंग जांच करते थे.

Rewari Health Department arrested sex check accused
लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार
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Published : Oct 1, 2020, 12:25 PM IST

रेवाड़ी: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. बताया जा रहा है कि गिरोह के लोगों ने एक मोबाइल वैन में अल्ट्रासाउंड मशीन फीट की हुई थी. इसके अंदर वो लिंग जांच करते थे.

बताया जा रहा है कि रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि एक गिरोह मोबाइल वैन में रखी अन पंजीकृत अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिए भ्रूण लिंग जांच का धंधा करता है. इसकी सूचना के बाद गिरोह को पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डीसी यशेंद्र सिंह से परमिशन ली. डीसी के निर्देश पर एसएमओ चितरंजन ड्रग कंट्रोलर अमनदीप और डॉ. जयप्रकाश डॉक्टर संजय के अलावा धारूहेड़ा थाना के पुलिस कर्मचारियों को शामिल कर एक टीम गठित की गई.

लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार

टीम ने गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई और उसके बाद गिरोह से संपर्क किया. जिसके बाद पर पता चला कि दिन और वार के हिसाब से मोबाइल वैन के जरिए जांच की जाती थी. गिरोह ने बताया कि रविवार के दिन यूपी के गाजियाबाद में जांच की जाती है. गिरोह से मिली जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम डिकॉय पेशेंट के जरिए गाजियाबाद पहुंच गई. टीम के गाजियाबाद पहुंचने के बाद गिरोह ने अपनी लोकेशन चेंज करते हुए बताया कि इस समय वो दिल्ली में है.

गिरोह द्वारा दी गई जानकारी के बाद टीम दिल्ली पहुंची. यहां गिरोह के एक सदस्य से संपर्क किया गया. लेकिन इस दौरान जांच करने वाले लोग नहीं मिले. उसके बाद पेशेंट को गुरुग्राम ले जाया गया. बताया जा रहा है कि यहां भी गिरोह ने अपनी लोकेशन चेंज कर ली.

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस को साथ लेकर उनका पीछा करती रही. वहीं शाम के समय गिरोह के सदस्य एक गाड़ी लेकर धारूहेड़ा पहुंच गए. यहां उन्होंने डिकॉय पेशेंट को जांच के लिए गाड़ी में बैठा लिया और वैन को सहगल पेपर मिल में ले जाकर जांच शुरू कर दी. इस दौरान टीम ने रेड कर मौके से तीन आरोपियों को काबू कर लिया.

ये भी पढ़ें: कृषि कानूनों के विरोध में राहुल गांधी करेंगे पंजाब-हरियाणा में ट्रैक्टर रैली

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पकड़ना काफी मुश्किल था. गिरोह के सदस्य हर दिन अलग-अलग लोकेशन पर जांच करते थे. लोकेशन मतलब किसी भी अन्य शहर में जाकर अवैध धंधे को अंजाम देते थे. उन्होंने बताया कि स्वास्थ विभाग को आरोपियों को पकड़ने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान गाजियाबाद निवासी बलवान सिंह, दिल्ली के मुंडेली निवासी रामफल और दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी मोहम्मद अब्दुल्ला के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक कार और 36000 की नकदी बरामद की गई है.

रेवाड़ी: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. बताया जा रहा है कि गिरोह के लोगों ने एक मोबाइल वैन में अल्ट्रासाउंड मशीन फीट की हुई थी. इसके अंदर वो लिंग जांच करते थे.

बताया जा रहा है कि रेवाड़ी स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि एक गिरोह मोबाइल वैन में रखी अन पंजीकृत अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिए भ्रूण लिंग जांच का धंधा करता है. इसकी सूचना के बाद गिरोह को पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डीसी यशेंद्र सिंह से परमिशन ली. डीसी के निर्देश पर एसएमओ चितरंजन ड्रग कंट्रोलर अमनदीप और डॉ. जयप्रकाश डॉक्टर संजय के अलावा धारूहेड़ा थाना के पुलिस कर्मचारियों को शामिल कर एक टीम गठित की गई.

लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार

टीम ने गिरोह के बारे में जानकारी जुटाई और उसके बाद गिरोह से संपर्क किया. जिसके बाद पर पता चला कि दिन और वार के हिसाब से मोबाइल वैन के जरिए जांच की जाती थी. गिरोह ने बताया कि रविवार के दिन यूपी के गाजियाबाद में जांच की जाती है. गिरोह से मिली जानकारी के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम डिकॉय पेशेंट के जरिए गाजियाबाद पहुंच गई. टीम के गाजियाबाद पहुंचने के बाद गिरोह ने अपनी लोकेशन चेंज करते हुए बताया कि इस समय वो दिल्ली में है.

गिरोह द्वारा दी गई जानकारी के बाद टीम दिल्ली पहुंची. यहां गिरोह के एक सदस्य से संपर्क किया गया. लेकिन इस दौरान जांच करने वाले लोग नहीं मिले. उसके बाद पेशेंट को गुरुग्राम ले जाया गया. बताया जा रहा है कि यहां भी गिरोह ने अपनी लोकेशन चेंज कर ली.

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस को साथ लेकर उनका पीछा करती रही. वहीं शाम के समय गिरोह के सदस्य एक गाड़ी लेकर धारूहेड़ा पहुंच गए. यहां उन्होंने डिकॉय पेशेंट को जांच के लिए गाड़ी में बैठा लिया और वैन को सहगल पेपर मिल में ले जाकर जांच शुरू कर दी. इस दौरान टीम ने रेड कर मौके से तीन आरोपियों को काबू कर लिया.

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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पकड़ना काफी मुश्किल था. गिरोह के सदस्य हर दिन अलग-अलग लोकेशन पर जांच करते थे. लोकेशन मतलब किसी भी अन्य शहर में जाकर अवैध धंधे को अंजाम देते थे. उन्होंने बताया कि स्वास्थ विभाग को आरोपियों को पकड़ने में बहुत मशक्कत करनी पड़ी. उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान गाजियाबाद निवासी बलवान सिंह, दिल्ली के मुंडेली निवासी रामफल और दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी मोहम्मद अब्दुल्ला के रूप में हुई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक अल्ट्रासाउंड मशीन, एक कार और 36000 की नकदी बरामद की गई है.

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