रेवाड़ी: प्रदेश को शिक्षा का हब बताने वाली मनोहर सरकार के राज में नौनिहालों की सैकड़ों उड़न परियां धूल फांक रहीं है. दो दिन पहले ही अभी कोसली विधानसभा के गांव नाहड़ में बने राजकीय सीनियर सेकेंडरी विद्यालय में गरीब बच्चों को दी जाने वाली 551 साइकिल बदहाल हालत में पड़ी मिली.
सैकड़ों उड़न परियां कबाड़ में तब्दील !
इतना ही नहीं उसके दूसरे ही दिन जब खंड जाटूसाना के गांव परखोतमपुर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय टीम पहुंची तो वहां भी 105 साइकिल भी ऐसे ही बदहाल हालत में मिली. रखे-रखे इन साइकिलों में भी जंग लग गई और अब ये किसी काम की नहीं रही.
गरीबों के साथ हो रहा खिलवाड़
धूल फांकती ये साइकिल अब पूरी तरह से कबाड़ में बदल गई है. गरीब परिवारों के नौनिहालों को दी जाने वाली 105 साइकिलों पर अधिकारी अपनी सफाई पेश कर पाक-साफ बनने की कोशिश में जुटे हैं. हरियाणा की एक अकेली विधानसभा कोसली में इतनी संख्या में गरीबों के हकों से खिलवाड़ किया जा रहा है. तो फिर बाकी की 89 विधानसभाओं का क्या हाल होगा यह चिंता का विषय है.
गरीबों के हकों पर अफसरशाही हावी
सरकार को इस पर ध्यान देना होगा वरना अधिकारियों की लापरवाही के चलते गरीबों तक सरकार की इस योजना का लाभ नहीं पहुंच पाएगा. इसलिए गरीबों के सपनों को जंग लगाने वाली इस अफसरशाही पर सरकार को नकेल कसना पड़ेगा. अब देखना होगा कि सूबे की मनोहर सरकार की कुंभकर्णी नींद कब तक टूटेगी या फिर गरीबों के हकों पर अफसरशाही कब तक हावी रहेगी.
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