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रेवाड़ी में बेसहारा पशुओं के लिए बनाया गया अस्थाई बाड़ा - रेवाड़ी बेसहारा पशु अस्थाई बाड़ा निर्माण

रेवाड़ी शहर में बढ़ रहे बेसहारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन ने धारूहेड़ा में सात एकड़ की जमीन पर कामचलाऊ बाड़ा बनाया है. वहीं पर अब बेसहारा पशुओं को रखा जाएगा.

rewari district administration made temporary fence for stray animals
रेवाड़ी जिला प्रशासन ने बेसहारा पशुओं के लिए बनाया टेंपरेरी बाड़ा, छोड़े 267 पशु
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Published : Aug 28, 2020, 10:38 PM IST

रेवाड़ी: शहर में लगातार बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या की वजह से हर दिन सड़कों पर जाम लग रहा है. वहीं बेसहारा पशु लोगों पर जानलेवा हमला भी करते रहते हैं. जिसकी वजह से पिछले हफ्ते ही एक युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. जिसके बाद लोगों ने प्रशासन और नगर पालिका के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था.

अब जाकर प्रशासन की नींद टूटी है. जिला प्रशासन ने बेसहारा पशुओं को शहर से निकालने की मुहिम छेड़ी है. इसी के तहत धारूहेड़ा में सात एकड़ जमीन पर कामचलाऊ बाड़ा बनाया गया है. वहीं पर अब बेसहारा पशुओं को रखा जा रहा है.

गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा जनवरी माह में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए जयपुर की एक निजी कंपनी को ठेका दिया गया था. जिसके तहत ठेकेदार ने करीब 550 बेसहारा पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाया था, लेकिन कोविड-19 आ जाने से ये काम बीच में ही बंद करना पड़ा. जिसकी वजह से फिर से बेसहारा पशुओं की तादाद शहर में बढ़ने लगी और हादसे होने लगे.

रेवाड़ी जिला प्रशासन ने बेसहारा पशुओं के लिए बनाया अस्थाई बाड़ा, छोड़े 267 पशु

नगराधीश रविन्द्र यादव ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 267 पशुओं को पकड़ कर इस बाड़े में पहुंचाया गया है. ये कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक शहर की सड़कों को इन बेसहारा पशुओं से मुक्त ना करा दिया जाए. शहर के लोगों को इन बेसहारा पशुओं से मुक्ति दिलाने के लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास करेगी ताकि लोगों को राहत दिलाई जा सके.

बता दें कि, एक सप्ताह पहले रेवाड़ी शहर के ठठेरा चौक पर स्कूटी पर सवार होकर आ रहे एक युवक को दो सांडों ने एक के बाद एक टक्कर मार दी. जिसकी वजह से युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. युवक की हत्या के बाद शहर वासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा और धरना प्रदर्शन कर इन पशुओं को शहर की सड़कों से हटाने की मांग की थी. जिसके बाद प्रशासन ने ये कदम उठाया है.

ये भी पढ़ें: हरियाणा सचिवालय में विजिटर एंट्री बैन, 18 कर्मचारी संक्रमित मिले

रेवाड़ी: शहर में लगातार बढ़ रही बेसहारा पशुओं की संख्या की वजह से हर दिन सड़कों पर जाम लग रहा है. वहीं बेसहारा पशु लोगों पर जानलेवा हमला भी करते रहते हैं. जिसकी वजह से पिछले हफ्ते ही एक युवक को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. जिसके बाद लोगों ने प्रशासन और नगर पालिका के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया था.

अब जाकर प्रशासन की नींद टूटी है. जिला प्रशासन ने बेसहारा पशुओं को शहर से निकालने की मुहिम छेड़ी है. इसी के तहत धारूहेड़ा में सात एकड़ जमीन पर कामचलाऊ बाड़ा बनाया गया है. वहीं पर अब बेसहारा पशुओं को रखा जा रहा है.

गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा जनवरी माह में बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए जयपुर की एक निजी कंपनी को ठेका दिया गया था. जिसके तहत ठेकेदार ने करीब 550 बेसहारा पशुओं को गौशालाओं तक पहुंचाया था, लेकिन कोविड-19 आ जाने से ये काम बीच में ही बंद करना पड़ा. जिसकी वजह से फिर से बेसहारा पशुओं की तादाद शहर में बढ़ने लगी और हादसे होने लगे.

रेवाड़ी जिला प्रशासन ने बेसहारा पशुओं के लिए बनाया अस्थाई बाड़ा, छोड़े 267 पशु

नगराधीश रविन्द्र यादव ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 267 पशुओं को पकड़ कर इस बाड़े में पहुंचाया गया है. ये कार्य तब तक जारी रहेगा जब तक शहर की सड़कों को इन बेसहारा पशुओं से मुक्त ना करा दिया जाए. शहर के लोगों को इन बेसहारा पशुओं से मुक्ति दिलाने के लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास करेगी ताकि लोगों को राहत दिलाई जा सके.

बता दें कि, एक सप्ताह पहले रेवाड़ी शहर के ठठेरा चौक पर स्कूटी पर सवार होकर आ रहे एक युवक को दो सांडों ने एक के बाद एक टक्कर मार दी. जिसकी वजह से युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. युवक की हत्या के बाद शहर वासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा और धरना प्रदर्शन कर इन पशुओं को शहर की सड़कों से हटाने की मांग की थी. जिसके बाद प्रशासन ने ये कदम उठाया है.

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