रेवाड़ी: हरियाणा में अब बेटों की तरह बेटियों का भी बनवारा निकालने की परंपरा बढ़ने लगी है. ऐसा ही एक मामला देखने को मिला है हरियाणा के रेवाड़ी में जहां एक किसान ने अपनी बेटी का बनवारा घोड़ी पर बैठाकर निकाला.
धूम-धाम से निकाला बनवारा : बताया जा रहा है कि रेवाड़ी जिले के कालाका गांव के रहने वाले किसान विनय कुमार ने घोड़ी पर बैठाकर अपनी बेटी शोभा का बनवारा निकाला. इस दौरान गांव और मोहल्ले की महिलाओं ने घोड़ी पर बैठी शोभा को जी भरकर आशीर्वाद दिया और ढोल की थाप पर गाते हुए जमकर डांस भी किया. दरअसल किसान विनय कुमार की बेटी शोभा की शादी राजस्थान के अलवर जिले के शीथल गांव के रहने वाले हुकुम सिंह के बेटे संजीत के साथ तय हुई है.
बेटे और बेटी में नहीं समझते फर्क : पिता विनय कुमार के मुताबिक वे बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं समझते. उनका कहना है कि उन्होंने स्नातक तक पढ़ी हुई बेटी को बेटे की तरह ही पूरी शिक्षा और अच्छी परवरिश दी है. इसके चलते उन्होंने विवाह में भी बेटे की तरह ही बेटी को घोड़ी पर बैठाकर बनवारा निकालने का फैसला किया. उनका कहना था कि बेटी का बनवारा निकालकर उन्होंने समाज को संदेश दिया है कि सभी लोग बेटे और बेटी में कोई फर्क ना करें और बेटियों का सम्मान भी बेटों के सम्मान की तरह ही होना चाहिए.
बनवारे की पूरे गांव में चर्चा : परिवार में बेटी का ये पहला बनवारा था. इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है और ये बनवारा पूरे कालाका गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है. शोभा ने इस दौरान बताया कि उनके होने वाले पति भारतीय सेना के जवान हैं और जब उन्हें इस बारे में पता चला तो उन्होंने काफी ज्यादा खुशी जताई. शोभा के मुताबिक उसे अपने पिता के साथ मां ममता देवी और भाई मुकुल पर भी गर्व है जिन्होंने बेटियों को भी बेटों की तरह समाज में बराबरी का सम्मान दिया है.
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