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कोरोनाः इस बार डाक से राखी भेजने वालों की संख्या तीन गुना बढ़ी

कोरोना की वजह से इस बार के त्यौहार फीके-फीके जा रहे हैं. रक्षाबंधन के त्यौहार पर भाई की कलाई सूनी ना रहे, इसके लिए बहनें डाक के जरिए राखी भेज रही हैं. पिछले साल की तुलना में इस बार 3 गुना से भी ज्यादा राखियां पोस्ट हो रही हैं.

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इस बार डाक विभाग के सहारे बंधेगी विश्वास की डोर...
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Published : Jul 29, 2020, 9:31 PM IST

Updated : Jul 29, 2020, 10:17 PM IST

रेवाड़ी: रक्षा बंधन का त्यौहार नजदीक है. भाई-बहन के स्नेह को समर्पित इस त्यौहार का बहनें बेसब्री से इंतजार करती हैं और कोशिश कर रही हैं कि किसी भी हालत में भाई की कलाई सूनी न रहे, लेकिन इस बार कोरोना ने सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया है. इससे पहले भी कई त्यौहार बिना रौनक के चले गए, ऐसी ही स्थिति रक्षा बंधन पर बनती दिख रही है. बहनें राखी बांधने अपने भाई पास नहीं जा पा रही हैं. क्योंकि कोरोना का दौर चल रहा है. इसलिए वो अपने भाइयों को डाक से ही राखियां भेजकर प्यार पहुंचा रही हैं.

बहनों का सहारा बना डाक विभाग

पहले भी बहनें डाक के जरिए भाइयों को राखियां भेजती थी, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से ये संख्या कई गुना हो गई है. पिछले साल रेवाड़ी में मात्र 1800 राखियां डाक के जरिए भेजी गई थी, लेकिन इस बार ये आंकड़ा तीन गुना से भी ज्यादा हो गया है. पिछले करीब 10 दिनों में 5200 से अधिक राखियां भेजी जा चुकी हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है. हर रोज 250 से 300 राखियों पोस्ट हो रही हैं.

इस बार डाक के सहारे बंधेगी विश्वास की डोर, देखें वीडियो

रक्षाबंधन पर्व पर कोरोना का साया!

मिर्जापुर की रहने वाली संगीता सिंह का कहना है कि वो हरियाणा के रेवाड़ी में नौकरी करती है, लेकिन कोरोना की वजह से रेल और बस सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण वो इस बार अपने भाइयों को राखी डाक के माध्यम से ही भेज रही है. रेवाड़ी से मिर्जापुर तक डाक पहुंचने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा. संगीता सिंह ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक होता है.

संक्रमण काल में इतनी संख्या में लोगों को देखकर डाक विभाग स्वास्थ्य को लेकर चिंतित जरूर है, लेकिन भाई बहन के स्नेह को देखते हुए डाक विभाग पूरी लगन के साथ लगा हुआ है. डाकघर में लोगों की सुरक्षा को देखते हुए विभाग ने कूपन व्यवस्था शुरू की है. डाक विभाग की तरफ से इस बार पहले की तुलना में अधिक लिफाफे उपलब्ध कराए गए हैं. ये लिफाफे वाटरप्रूफ होने के साथ काफी मजबूत भी हैं.

पोस्ट के जरिए भेजी जा रही हैं राखियां

पोस्टमास्टर सुरेश भाटिया ने बताया कि कूपन के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन फिर भी कुछ लोग इनकी पालना नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए वो पुलिस अधीक्षक और एसएचओ को कई बार पत्र लिखकर अवगत करा चुके हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कोई भी सुरक्षा यहां उपलब्ध नहीं करवाई गई है.

ये भी पढे़ं:-हरियाणा के नेताओं ने ऐसे किया राफेल का स्वागत

भले ही इस बार राखियों पर कोरोना की मार पड़ रही है, लेकिन डाक विभाग की मेहनत और बहनों का प्यार इस त्यौहार की रौनक पर चार चांद लगाएगा और इस बार बहनें अपने भाई की सलामती के साथ-साथ कोरोना से बचने के लिए भी दुआ करेंगी.

रेवाड़ी: रक्षा बंधन का त्यौहार नजदीक है. भाई-बहन के स्नेह को समर्पित इस त्यौहार का बहनें बेसब्री से इंतजार करती हैं और कोशिश कर रही हैं कि किसी भी हालत में भाई की कलाई सूनी न रहे, लेकिन इस बार कोरोना ने सब कुछ अस्त-व्यस्त कर दिया है. इससे पहले भी कई त्यौहार बिना रौनक के चले गए, ऐसी ही स्थिति रक्षा बंधन पर बनती दिख रही है. बहनें राखी बांधने अपने भाई पास नहीं जा पा रही हैं. क्योंकि कोरोना का दौर चल रहा है. इसलिए वो अपने भाइयों को डाक से ही राखियां भेजकर प्यार पहुंचा रही हैं.

बहनों का सहारा बना डाक विभाग

पहले भी बहनें डाक के जरिए भाइयों को राखियां भेजती थी, लेकिन इस बार कोरोना की वजह से ये संख्या कई गुना हो गई है. पिछले साल रेवाड़ी में मात्र 1800 राखियां डाक के जरिए भेजी गई थी, लेकिन इस बार ये आंकड़ा तीन गुना से भी ज्यादा हो गया है. पिछले करीब 10 दिनों में 5200 से अधिक राखियां भेजी जा चुकी हैं और ये सिलसिला लगातार जारी है. हर रोज 250 से 300 राखियों पोस्ट हो रही हैं.

इस बार डाक के सहारे बंधेगी विश्वास की डोर, देखें वीडियो

रक्षाबंधन पर्व पर कोरोना का साया!

मिर्जापुर की रहने वाली संगीता सिंह का कहना है कि वो हरियाणा के रेवाड़ी में नौकरी करती है, लेकिन कोरोना की वजह से रेल और बस सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण वो इस बार अपने भाइयों को राखी डाक के माध्यम से ही भेज रही है. रेवाड़ी से मिर्जापुर तक डाक पहुंचने में एक सप्ताह का समय लग जाएगा. संगीता सिंह ने कहा कि रक्षाबंधन का पर्व बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक होता है.

संक्रमण काल में इतनी संख्या में लोगों को देखकर डाक विभाग स्वास्थ्य को लेकर चिंतित जरूर है, लेकिन भाई बहन के स्नेह को देखते हुए डाक विभाग पूरी लगन के साथ लगा हुआ है. डाकघर में लोगों की सुरक्षा को देखते हुए विभाग ने कूपन व्यवस्था शुरू की है. डाक विभाग की तरफ से इस बार पहले की तुलना में अधिक लिफाफे उपलब्ध कराए गए हैं. ये लिफाफे वाटरप्रूफ होने के साथ काफी मजबूत भी हैं.

पोस्ट के जरिए भेजी जा रही हैं राखियां

पोस्टमास्टर सुरेश भाटिया ने बताया कि कूपन के जरिए सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन फिर भी कुछ लोग इनकी पालना नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए वो पुलिस अधीक्षक और एसएचओ को कई बार पत्र लिखकर अवगत करा चुके हैं, लेकिन पुलिस की ओर से कोई भी सुरक्षा यहां उपलब्ध नहीं करवाई गई है.

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भले ही इस बार राखियों पर कोरोना की मार पड़ रही है, लेकिन डाक विभाग की मेहनत और बहनों का प्यार इस त्यौहार की रौनक पर चार चांद लगाएगा और इस बार बहनें अपने भाई की सलामती के साथ-साथ कोरोना से बचने के लिए भी दुआ करेंगी.

Last Updated : Jul 29, 2020, 10:17 PM IST
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