रेवाड़ी: जनता दरबार, जहां मंत्री फरियादियों की समस्याओं को ना सिर्फ सुनते हैं बल्कि उसका समाधान भी करते हैं. जनता दरबार लगाया इसलिए जाता है ताकि फरियादी अधिकारी की शिकायत या फिर उसके क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी मंत्री तक पहुंचा सकें, लेकिन लगता है हरियाणा सरकार के राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव को जनता दरबार के बारे में पता नहीं है.
मंत्री जी ने फरियादी की नहीं सुनी!
दरअसल, राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव रेवाड़ी में कष्ट निवारण समिति की बैठक में लेने पहुंचे थे. यहां ओमप्रकाश यादव के सामने आरटीए विभाग से संबंधित सबूतों के साथ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए फरियादी 5 मिनट तक अपनी बात सुनने के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन मंच पर बैठे मंत्री ने फरियादी के हाथ से सबूत लेने के बजाय आरटीए विभाग के सचिव एवं अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप भैया की बात सुनी.
RTI रिपोर्ट लेकर पहुंचा था फरियादी
ओमप्रकाश यादव ने जिस अधिकारी की बात सुनी उसी पर फिरयादी भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहा था. ओमप्रकाश यादव ने ना सिर्फ फरियादी की गुहार को अनदेखा किया बल्कि उसे परिवहन आयुक्त के पास अपनी शिकायत भेजने का सुझाव भी दे डाला. यानी की अब फरियादी को उसी अधिकारी के पास फरियाद लेकर जानी होगी, जिसके खिलाफ वो कार्रवाई की मांग कर रहा था.
बता दें कि फरियादी ने करीब 1 साल पहले बस खरीदी थी. उनके साथ रोड पर उतरी दूसरी सोसायटी की 7 बसों को तो परमिट दे दिया गया, लेकिन उसे परिमट नहीं दिया गया. फरियादी का आरोप है कि अधिकारियों मिलीभगत कर उसके परिमट को रोक दिया और अपने लोगों को ही सिर्फ परमिट दिया.